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राजकीय महाविद्यालय चौकीमन्यार में वार्षिक पत्रिका “ध्यूसर” का विमोचन, शिक्षा और रचनात्मकता के क्षेत्र में ऐतिहासिक पहल

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ऊना/वीरेंद्र बन्याल

राजकीय महाविद्यालय चौकीमन्यार ने किया शिक्षा और रचनात्मकता के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम, “ध्यूसर” पत्रिका का हुआ विमोचन


राजकीय महाविद्यालय चौकीमन्यार के प्रधानाचार्य डॉ. बलविंदर सिंह राणा ने महाविद्यालय की पहली वार्षिक पत्रिका “ध्यूसर” का विमोचन किया। यह पत्रिका महाविद्यालय के समीप स्थित सदाशिव महादेव के ध्यूंसर स्वरूप से प्रेरित है, जो ऊर्जा और ज्ञान की निरंतरता का प्रतीक है।

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महाविद्यालय के इतिहास में यह पहला अवसर है जब संस्थान ने वार्षिक पत्रिका का प्रकाशन किया है। 2016 में महाविद्यालय की स्थापना के बाद यह पहल शिक्षा और रचनात्मकता के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। प्रधानाचार्य डॉ. बलविंदर सिंह राणा ने कहा कि यह पत्रिका विद्यार्थियों और शिक्षकों के समर्पित प्रयासों का परिणाम है।

मुख्य संपादक प्रो. कविता कौशल ने दी दिशा
महाविद्यालय की इस पत्रिका के संपादन में मुख्य संपादक प्रो. कविता कौशल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं, डॉ. रामकुमार नेगी ने ‘पहाड़ी अनुभव’ के संपादक के रूप में योगदान दिया। वाणिज्य अनुभाग का संपादन डॉ. राम सिंह ने किया, अंग्रेजी अनुभाग का कार्यभार डॉ. सुमन डोगरा ने संभाला और हिंदी अनुभाग के संपादन की जिम्मेदारी डॉ. नवीन शर्मा ने निभाई।

शैक्षिक वातावरण को मिली नई पहचान
प्रधानाचार्य ने कहा कि “ध्यूसर” न केवल महाविद्यालय की संस्कृति और शैक्षिक पहचान को प्रदर्शित करती है, बल्कि विद्यार्थियों को लेखन और रचनात्मकता के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने का एक सशक्त माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि यह पत्रिका महाविद्यालय के शैक्षिक वातावरण को समृद्ध करने के साथ-साथ छात्रों के लेखन कौशल और संवाद क्षमता को भी विकसित करेगी।

समारोह में रहे ये उपस्थित
पत्रिका विमोचन के इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक वर्ग – प्रो. कविता कौशल, डॉ. रामकुमार नेगी, डॉ. राम सिंह, डॉ. सुमन डोगरा, प्रो. नवीन कुमार, सुपरडेंट राकेश शर्मा, सीनियर असिस्टेंट दिनेश कुमार और क्लर्क अमन शर्मा सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

महाविद्यालय प्रशासन ने इस पहल को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि बताया और आने वाले वर्षों में “ध्यूसर” को संस्थान की शैक्षिक पहचान के रूप में स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई।

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