शहीद नमांश स्याल की पार्थिव देह गांव पहुंचते ही क्षेत्र शोक और गर्व की भावना से भर उठा। हजारों लोगों ने नम आंखों से अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई दी।
धर्मशाला
पटियालकर गांव में उमड़ा जनसैलाब
तेजस क्रैश में शहीद हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट नमांश स्याल का पार्थिव शरीर रविवार को उनके पैतृक गांव पटियालकर पहुंचा। गांव समेत पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई और लोगों ने सैन्य सम्मान के बीच उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, पर्यटन निगम अध्यक्ष आर.एस. बाली, एचआरटीसी उपाध्यक्ष अजय वर्मा, उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा, एसपी देहरा मयंक चौधरी, एसडीएम मनीष शर्मा सहित सेना और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित कर सम्मान प्रकट किया। पूर्व मंत्री विपिन सिंह परमार और पूर्व विधायक अरुण मेहरा भी उपस्थित रहे।
परिवार को दी गई सांत्वना
गगल एयरपोर्ट पर भी मंत्री एवं अधिकारियों ने शहीद के माता-पिता, पत्नी और बेटी को ढांढस बंधाया। नमांश की पत्नी अफशां, जो स्वयं वायुसेना में पायलट हैं, पार्थिव देह के साथ मौजूद रहीं।
सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
पटियालकर मोक्षधाम में शहीद नमांश स्याल का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। मुखाग्नि उनके ताया के पुत्र निशांत ने दी। क्षेत्रवासियों ने इसे राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति बताया।
📢 लेटेस्ट न्यूज़
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group






