ऊना जिले में एनडीआरएफ की 14वीं बटालियन 6 से 18 अक्तूबर तक आपदा प्रबंधन और जागरूकता से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करेगी। उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि टीम विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और संवेदनशील क्षेत्रों में अभ्यास कर जनजागरूकता बढ़ाएगी।
ऊना/वीरेंद्र बन्याल।
एनडीआरएफ का 14-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से बचाव को लेकर ऊना जिला में 14वीं बटालियन एनडीआरएफ टीम द्वारा 6 से 18 अक्तूबर तक सामुदायिक अभ्यास चलाया जाएगा। उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि यह अभियान जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से संचालित होगा, जिसमें संवेदनशील इलाकों की पहचान और आपदा से निपटने की रणनीति पर जोर रहेगा।
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संवेदनशील क्षेत्रों और संस्थानों में कार्यक्रम
टीम 6 अक्तूबर को जिला मुख्यालय में बैठक कर पुलों, संसाधनों और बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करेगी। 8 अक्तूबर को गगरेट उपमंडल के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भद्रकाली में छात्रों और स्टाफ के लिए जागरूकता कार्यक्रम होगा। 9 अक्तूबर को बंगाणा क्षेत्र के घरवासड़ा, परोइयां कलां और रायपुर में भूस्खलन संभावित क्षेत्रों का सर्वे किया जाएगा।
धार्मिक स्थलों और शिक्षण संस्थानों में भी अभ्यास
10 अक्तूबर को भरमौती मंदिर और हंडोला पुल पर डूबने वाले संभावित स्थलों का निरीक्षण होगा। 11 अक्तूबर को माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में संवेदनशील प्रोफाइलिंग की जाएगी। 13 अक्तूबर को महाराणा प्रताप कॉलेज अम्ब, 14 को डिग्री कॉलेज खड्ड और 15 को आईटीआई पंडोगा में जागरूकता सत्र होंगे।
अंतिम चरण में औद्योगिक क्षेत्रों की समीक्षा
16 अक्तूबर को एसवीएसडी कॉलेज भटोली, 17 को हिम गौरव आईटीआई और 18 अक्तूबर को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन रायपुर सहोड़ा व पेखूबेला में एनडीआरएफ टीम अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। उपायुक्त ने कहा कि इन अभ्यासों का उद्देश्य जिले में आपदा के प्रति तत्परता और सामुदायिक सहभागिता को सशक्त बनाना है।
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