लेटेस्ट हिमाचल प्रदेश न्यूज़ हेडलाइंस

दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति यून सुक येओल की गिरफ्तारी: राजनीतिक हलचल, महाभियोग और मार्शल लॉ

हिमाचलनाउ डेस्क | 15 जनवरी 2025 at 8:24 am

Share On WhatsApp Share On Facebook Share On Twitter

सियोल, दक्षिण कोरिया: दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल को गिरफ्तार किया गया है, जिससे देशभर में राजनीतिक तूफान मच गया है। राष्ट्रपति की गिरफ्तारी से जुड़े महाभियोग, मार्शल लॉ और राजनीतिक संकट जैसे प्रमुख मुद्दों पर पूरा देश नजर गड़ाए हुए है। इस लेख में हम आपको यून सुक येओल की गिरफ्तारी, इसके पीछे की वजह, और इससे जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।


राष्ट्रपति यून सुक येओल की गिरफ्तारी: क्या है पूरा मामला?

यून सुक येओल को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पद से इस्तीफे की धमकी और महाभियोग के खतरे का सामना करना पड़ रहा था। उन पर मार्शल लॉ लागू करने और सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप थे। 3 दिसंबर 2024 को यून ने देश में मार्शल लॉ की घोषणा की थी, जिससे दक्षिण कोरिया की राजनीति में भारी उथल-पुथल मच गई। इस घटनाक्रम के बाद, 14 दिसंबर 2024 को सांसदों ने उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर मतदान किया।

हाल ही में, यून की गिरफ्तारी ने दक्षिण कोरिया के राजनीतिक परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया है। यह घटना राजनीतिक अस्थिरता और संवैधानिक संकट का कारण बन सकती है।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group


यून सुक येओल की गिरफ्तारी: पुलिस कार्रवाई और विरोध प्रदर्शन

गिरफ्तारी के दिन, सुबह के वक्त 3,000 से अधिक पुलिस अधिकारी और भ्रष्टाचार विरोधी जांचकर्ता राष्ट्रपति यून के घर के पास तैनात थे। इस दौरान, यून के समर्थकों और सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के सदस्यों के बीच झड़प हो गई, जिसमें कई लोग गिरफ्तार हुए।

यून सुक येओल की गिरफ्तारी दक्षिण कोरिया में एक ऐतिहासिक घटना है, क्योंकि यह देश के इतिहास में पहला मौका है जब किसी राष्ट्रपति को इस तरह गिरफ्तार किया गया है।


मार्शल लॉ और महाभियोग: यून सुक येओल पर आरोप

मार्शल लॉ लागू करने के बाद, यून सुक येओल की लोकप्रियता गिर गई थी, और उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। 14 दिसंबर 2024 को सांसदों ने उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर मतदान किया था, और इस फैसले से पहले यून पर गिरफ्तार होने का खतरा मंडरा रहा था।

महाभियोग प्रस्ताव में आरोप था कि यून ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया और नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन किया। इसके अलावा, उनके खिलाफ संसदीय कार्यों में हस्तक्षेप और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आरोप भी थे।


यून के वकील का दावा: गिरफ्तारी अवैध और षड्यंत्र

यून सुक येओल के वकीलों ने इस गिरफ्तारी को अवैध बताया। उनका कहना था कि यह पूरी कार्रवाई राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है और यून को अपमानित करने के लिए की जा रही है। उन्होंने इसे एक राजनीतिक बदला बताया, जिसका उद्देश्य उन्हें कमजोर करना और उनके समर्थकों को दवाब में लाना था।


राष्ट्रपति की गिरफ्तारी का अंतरराष्ट्रीय प्रभाव

दक्षिण कोरिया में एक राष्ट्रपति की गिरफ्तारी का असर सिर्फ देश की राजनीति पर नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पड़ेगा। दक्षिण कोरिया का राजनीतिक संकट और यून सुक येओल का महाभियोग वैश्विक राजनीति में चर्चा का विषय बन चुका है। अमेरिका, चीन और उत्तर कोरिया के साथ दक्षिण कोरिया के रिश्तों पर इस घटना का असर पड़ सकता है।


समापन: यून सुक येओल की गिरफ्तारी का भविष्य

राष्ट्रपति यून सुक येओल की गिरफ्तारी ने दक्षिण कोरिया की राजनीति को एक नए मोड़ पर ला खड़ा किया है। महाभियोग, मार्शल लॉ, और सत्ता के दुरुपयोग जैसे मुद्दे अभी भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। अब यह देखना बाकी है कि संविधानिक न्यायालय इस मामले में क्या फैसला लेता है और यून सुक येओल के राजनीतिक भविष्य पर इसका क्या असर पड़ेगा।


हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!

Join WhatsApp Group

आपकी राय, हमारी शक्ति!
इस खबर पर आपकी प्रतिक्रिया साझा करें


[web_stories title="false" view="grid", circle_size="20", number_of_stories= "7"]