ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर सुरक्षा बलों और वामपंथी कट्टरपंथियों के बीच मुठभेड़ में 12 और माओवादी मारे गए। इस संयुक्त अभियान में छत्तीसगढ़ से जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और ओडिशा से विशेष अभियान दल (एसओजी) शामिल हैं। यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात और मंगलवार सुबह के बीच हुई।
इस अभियान के दौरान दो महिला नक्सलियों को भी मारा गया, जबकि सीआरपीएफ के एक जवान घायल हो गए। सुरक्षाबलों को मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार, गोलाबारूद और एक ‘सेल्फ लोडिंग’ राइफल प्राप्त हुई, साथ ही बारूदी सुरंग का भी पता चला। अधिकारियों के अनुसार, मारे गए माओवादियों की संख्या बढ़ सकती है, और रायपुर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि मुठभेड़ अब भी जारी है, जिससे कई शीर्ष नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है।
19 जनवरी की रात इस अभियान की शुरुआत हुई थी, जब छत्तीसगढ़ के कुलारीघाट रिजर्व वन में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को सफलता मिल रही है, और यह नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।
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