धर्मशाला
कांगड़ा भूकंप की 120वीं वर्षगांठ पर जिला प्रशासन ने सजगता बढ़ाने की दिशा में कदम उठाए
4 अप्रैल 1905 को कांगड़ा जिले में आए भूकंप की भयावहता को याद करते हुए आज धर्मशाला में जिला प्रशासन ने एक मार्च का आयोजन किया। यह मार्च डीसी ऑफिस से शुरू होकर पुलिस मैदान तक पहुंचा, जिसमें सरकारी अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षण संस्थान के प्रतिनिधि और स्कूली बच्चे शामिल हुए। कार्यक्रम में भूकंप और प्राकृतिक आपदाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए बच्चों ने भाषण दिए और कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।
सजगता और सुरक्षा की आवश्यकता पर जोर
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने सभी को 1905 के भूकंप से सबक लेने और प्राकृतिक आपदाओं के लिए सजग और सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने भूकंप में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उस समय भूकंप के कारण काफी विनाश हुआ था, जबकि भवनों और जनसंख्या की संख्या अभी की तुलना में बहुत कम थी। आज जब भवनों की संख्या और जनसंख्या अधिक हो गई है, तो हमें भविष्य में इस प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए पहले से तैयारी रखने और भूकंपरोधी निर्माण तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है।
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भूकंपरोधी निर्माण और आपदा से बचाव के उपाय
अतिरिक्त उपायुक्त ने भूकंप के दौरान बचाव के उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 120 साल पहले आए कांगड़ा भूकंप ने हिमाचल प्रदेश में भूकंपीय सुरक्षा के महत्व को समझाया। उन्होंने सभी को इस बात का आश्वासन दिया कि भवनों का निर्माण भूकंपीय मानकों के तहत किया जाना चाहिए और आवश्यक सावधानियां बरती जानी चाहिए। साथ ही, उन्होंने बताया कि कांगड़ा भूकंप को एक चेतावनी के रूप में लिया जाता है, क्योंकि यह घटना दर्शाती है कि प्राकृतिक आपदाएं कभी भी हो सकती हैं।
आपदा मित्रों और छात्रों को सम्मानित किया गया
कार्यक्रम के दौरान अतिरिक्त उपायुक्त ने युवा आपदा मित्र योजना के तहत केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान जम्मू से प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटे तीन आपदा मित्रों, निकिता, नरेंद्र और अनीता को प्रशस्ति पत्र दिए। इसके अलावा, भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने वाली छात्राओं को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धर्मशाला की गीतांजलि ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि देवांशी भट्ट और सोनाक्षी क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। इन छात्रों ने भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के बारे में लोगों को जागरूक किया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोग
इस कार्यक्रम में सहायक आयुक्त सुभाष गौतम, एसडीएम धर्मशाला संजीव कुमार सहित पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड, एनआईडीएम के अधिकारी और शिक्षण संस्थानों के शिक्षक और छात्र उपस्थित थे।
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