HNN/ नाहन
सरकारी कर्मचारियों के कामकाज, उनकी छुट्टियों से सब वाकिफ हैं। कई लोग सरकारी नौकरी में पूरी मौज करते हैं, लेकिन जिला सिरमौर के संगड़ाह उपमंडल के रजाणा गांव निवासी जोगिंद्र सिंह (46) ने सबके लिए मिसाल कायम कर दी है। अफसर भी जोगिंद्र सिंह के कायल हैं। बता दें कि एचआरटीसी के नाहन डिपो में बतौर परिचालक तैनात जोगिंद्र सिंह ने 16 साल 8 माह की नौकरी में एक भी अवकाश नहीं लिया है।
परिस्थिति चाहे जैसी भी हो वह हमेशा ही अपनी नौकरी पर डटे रहे। तो वहीं दूसरी तरफ जोगिंद्र सिंह के इस जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है। बड़ी बात तो यह है कि नाहन-घाटों रूट पर सेवाएं दे रहे जोगिंद्र सिंह का व्यवहार सवारियों के प्रति बेहद ही नरम और हास्यप्रद है। जी हां, उन्हें इस 16 साल से भी अधिक के कार्यकाल में किसी भी यात्री से दूर व्यवहार करते हुए नहीं देखा गया है।
यही कारण है कि नाहन-घाटों रूट पर चलने वाली एचआरटीसी बस में जाने वाला हर शख्स उन्हें पसंद करता है। बता दें कि 16 साल से भी ज्यादा समय तक बिना अवकाश लिए निरंतर अपनी सेवाएं देना हर किसी की बस की बात नहीं है। परंतु जोगिंद्र सिंह ने 16 साल 8 महीने की नौकरी में एक भी अवकाश ना लेकर हर किसी के लिए मिसाल कायम की है।
इस अरसे में पिता सुंदर सिंह, माता मथुरा देवी और न जाने कितने ही रिश्तेदारों का अकाल निधन हो गया लेकिन कर्म को पूजा मानने वाले एचआरटीसी के नाहन डिपो में कार्यरत कंडक्टर जोगिंद्र सिंह ड्यूटी देने से पीछे नहीं हटते। जोगिंद्र सिंह का भरा-पूरा परिवार है। पत्नी, बेटा-बेटी, माता-पिता और अन्य सगे संबंधी भी हैं।
परिस्थितियां चाहे जैसी भी हों, उनका अटल इरादा आज तक टस से मस नहीं हुआ। निगम के निरीक्षक एवं नाहन बस अड्डा प्रभारी सुखराम ठाकुर ने बताया कि जोगिंद्र अपनी ड्यूटी के प्रति बहुत ईमानदार हैं। आज तक उनकी कोई शिकायत नहीं मिली। जिस रूट पर वह सेवाएं देते हैं, उसकी आय बढ़ जाती है। समय, कायदे-कानून के पाबंद हैं।