हिमाचल में तालाबंदी के साथ मेडिकल कॉलेज पर भी कांग्रेस सरकार ने लगा दिया ग्रहण
हिमाचल नाऊ न्यूज़ नाहन।
हिमाचल प्रदेश के विकास पर सुक्खू सरकार को प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी आपदा बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिन्दल ने प्रेस वार्ता के दौरान बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि नाहन विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस सरकार के तीन साल का कार्यकाल ‘तालाबंदी’ के तीन साल रहे हैं, जिसमें बदले की भावना से भाजपा द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों पर ताले जड़ दिए गए हैं।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
डा. बिन्दल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जानबूझकर विकास को बाधित किया है। उन्होंने काला-आम क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां उप-तहसील और पांच पटवार सर्कल केवल इसलिए बंद कर दिए गए, क्योंकि वे पूर्व भाजपा सरकार द्वारा खोले गए थे।
इससे सैंकड़ों ग्रामीण अपने कामकाज के लिए धक्के खाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को बंद करने के अलावा, खनन माफिया ने नदियों, पहाड़ों और सड़कों का विध्वंस कर दिया है और पूरा काला-आम क्षेत्र गंदगी के ढेर में बदल गया है। मोगीनंद से लेकर त्रिलोकपुर तक की सभी सड़कों का बेड़ा गर्क कर दिया गया है।
डा. बिन्दल ने स्वास्थ्य और पशु सेवाओं पर भी ताले जड़े जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पंजाहल, त्रिलोकपुर और सैनवाला-मुबारिकपुर की तीन पीएचसी पर ताला लगा दिया गया है, जिससे मरीज दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। जनता पूछना चाहती है कि ये तीन पीएचसी और भारापुर की सीएचसी क्यों बंद की गई हैं। उन्होंने कहा, “किसी भी सरकार में एक नई पीएचसी खुलवाना बहुत बड़ा काम होता है, जिन्हें बंद कर दिया गया।
बिंदल ने कहा कि किसानों की सेवा के लिए पूर्व भाजपा सरकार में खोली गई नलका-समालका, देवका-पुडला और क्यारी की तीन वैटनरी डिस्पेंसरियों पर ताला टांग दिया गया है। इतना ही नहीं, बरसों से चली आ रही जमटा और दघेड़ा की वैटनरी भी बंद करवा दी गई हैं, जिससे किसान बेहाल हैं।
डा. बिन्दल ने आरोप लगाया कि स्कूलों पर ताला लगाने का काम भी तेज गति से चल रहा है, पिछले तीन सालों में केवल नाहन विधानसभा क्षेत्र के ही पांच स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
वही डा. बिन्दल ने सबसे गंभीर आरोप नाहन मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य को रोकने को लेकर लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा 261 करोड़ रुपये दिए जाने के बावजूद, 300 बिस्तरों के अस्पताल का निर्माण कार्य 3 साल से बंद पड़ा है और अब इस पर ‘ताला लगाने’ का फरमान जारी कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इन तीन वर्षों में मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक भी ईंट नहीं लगी है, जो नाहन की जनता के साथ बड़ा अन्याय और धोखा है। मरीजों की लंबी कतारें, बैठने की व्यवस्था का अभाव, विशेषज्ञों और आईसीयू का अभाव, ये सब 3 वर्षों में दूर होने चाहिए थे, जो नहीं हुए।
उन्होंने बताया कि माता एवं शिशु अस्पताल निर्माण के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 21 करोड़ रुपये भी खुर्द-बुर्द कर दिए गए हैं, और 70 करोड़ रुपये से स्वीकृत नर्सिंग कॉलेज पर भी आज तक एक ईंट नहीं लगाई गई है।
नई जगह पर कॉलेज बनाने का फैसला अविवेकपूर्ण
मेडिकल कॉलेज को नई जगह पर बनाने के निर्णय को अविवेकपूर्ण बताते हुए डा. बिन्दल ने कहा, “जो बना बनाया है, उसे ताला लगा रहे हैं और नया कुंआ खोदेंगे।
नए स्थान पर सभी साधन खड़े करने के लिए 1000 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। बसे हुए स्थान को उजाड़कर नए को बसाने की योजना नाहन की जनता के साथ अन्याय और खिलवाड़ है।
प्रेस वार्ता में प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनय गुप्ता, एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मनीष चौहान, जिला सिरमौर भाजपा महामंत्री तपेंद्र, जिला मीडिया प्रभारी राकेश गर्ग सहित तीनों मंडल अध्यक्ष मौजूद रहे।
📢 लेटेस्ट न्यूज़
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group





