दो सप्ताह से पँचायत घर तनिहार मे ली है शरण,गांव जाने से घबरारहे हैं ग्रमीण
HNN/मंडी
टीहरा, सौरभ पठानिया, धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की टिहरा उपतहसील की ग्राम पंचायत तनिहार के गांव हियुन बाल्ह के 12 अनुसूचित जाति के परिवारों को 13 अगस्त से पँचायत घर में ठहराया गया है। जिनकी बस्ती को प्रलयकारी वारिश के कारण प्रशासन ने 13 अगस्त को ख़ाली करवा दिया है।ये सभी परिवार जिनके 45 सदस्य हैं वहां के बजाए दूसरी जगह बसना चाहते हैं जिसके लिए उन्होंने पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह व आज पँचायत प्रधान पूर्ण चन्द नायब तहसीलदार टिहरा के माध्यम से मुख्यमंत्री और विधायक चन्द्रशेखर और अधिकारियों को माँग पत्र भेजे।
हालांकि ये बेघर हुए सभी परिवार पिछले 15 दिनों से यहां के विधायक का यहाँ आने और उनका कुशल क्षेम पूछने का इंतजार करते रहे लेक़िन विधायक ने इनसे मिलना उचित नहीं समझा।हालांकि से यहाँ के सांसद अनुराग ठाकुर, वर्तमान ज़िला पार्षद और पूर्व पार्षद भूपेंद्र सिंह इनसे मिल चुके हैं। लेकिन यहां के विधायक को अभी तक उनकी सुध लेने की फ़ुर्सत नहीं मिली है।जिससे इन परिवारों और इनके पूरे समुदाय में विधायक के प्रति भारी गुस्सा और नाराज़गी है।
पूर्व पार्षद भूपेंद्र सिंह पँचायत समिति धर्मपुर के उपाध्यक्ष देवराज पँचायत प्रधान पूर्ण चन्द दलित शोषण मुक्ति मंच के खंड अध्यक्ष दीपक प्रेमी महासचिव नानक चन्द किसान सभा के अध्यक्ष रूपचंद नागरिक सभा टिहरा के सयोंजक अरुण अत्री युवक व महिला मण्डलों व अन्य संगठनों ने भी इन परिवारों को वैकल्पिक स्थान पर घर बनाने के लिए जगह उपलब्ध कराने की मांग की है।इन्होंने मलबे में दबी 12 बकरियां जिन्हें आज तक बाहर नहीं निकाला गया है जो अब तक सड़ गल गयी हैं उनका मुआवजा देने की मांग की है।
पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने बताया कि टिहरा उपतहसील में यही एक बस्ती है जहाँ से लोगों को राहत कैम्प में ठहराया गया है और उन्हीं से विधायक का आज़ तक न मिलना उनकी मानसिकता और प्राथमिकता को दर्शाता है। हालांकि राजनैतिक तौर पर भी ये परिवार उनके समर्थक हैं और उन्हीं के साथ ऐसा अपेक्षा वाला व्यवहार किया जाना बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने इन परिवारों के लिए वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराने की प्रक्रिया जल्दी शुरू करने की मांग की है।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी के उन पदाधिकारियों की भी कड़ी निंदा की है जो इन बेघर हुए परिवारों को विधायक के पास फ़रियाद करने की सलाह दे रहे हैं। जबकि ऐसे वक़्त में उन्हें फ़रियाद के लिए जाने की नहीं बल्कि उनके पास प्रशासन और विधायक को आना चाहिए जो उनका कर्तव्य बनता है। लेकिन दुर्भाग्यवश सत्ता के नशे में ऐसा नहीं हो रहा है जो बहुत ही निंदनीय है।
मुख्यमंत्री और विधायक को माँग पत्र सौंपने के दौरान पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह, पँचायत प्रधान पूर्ण चन्द, टिहरा नागरिक सभा के अरुण अत्री हियुन-बाल्ह निवासी रूपलाल, सुरेश कुमार, राकेश, अमर सिंह, राजू राम, मंजीत सिंह आदि शामिल हुए।