HNN / नाहन
एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने जारी प्रेस बयान में चिंता जताई कि अब पंजाब की सीमा पर लगते हिमाचल जिसे देव भूमि कहा जाता है उस राज्य में भी खालिस्तानी मुहिम शुरू हो चुकी है और जिस जरनैल सिंह भिंडरावाला को भारतीय सेना ने मौत के घाट उतारा उस भिंडरावाला का साहित्य हिमाचल में प्रवेश कर चुका है। जरनैल सिंह भिंडरावाला के झंडे लेकर कट्टरपंथी देव भूमि की शांति भंग करने की साजिश रच रहे है।
उन्होंने कहा कि खालिस्तान की मुहिम भिंडरावाला ने चलाई थी लेकिन उनका फ्रंट देव भूमि की शांति भंग नही होने देगा। वहीं शांडिल्य ने हिमाचल पुलिस का धन्यवाद भी किया जिन्होंने भिंडरावाले के झंडे गाड़ियों व दोपहिया वाहनों से उतारने की मुहिम शुरू की। शांडिल्य ने कहा कि जब पंजाब एवं हरियाणा में जरनैल सिंह भिंडरावाला का साहित्य बिक रहा था और माहौल खराब करने की साजिश रची जा रही थी उस वक्त भी एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी। जिस पर पंजाब के डीजीपी को हाईकोर्ट ने कार्रवाई के आदेश दिए थे।
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में भी जनहित याचिका दायर कर भिंडरावाला के झंडे व साहित्य पर रोक लगवाई जायेगी। वीरेश शांडिल्य ने भारत के गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मांग की है कि जरनैल सिंह भिंडरावाला पर केंद्रीय गृह मंत्रालय श्वेत पत्र जारी कर अपना स्टैंड स्पष्ट करें कि भिंडरावाला केंद्र सरकार की नजरों में क्या है। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय स्पष्ट करे कि जरनैल सिंह भिंडरावाला को भारतीय सेना ने क्यों मौत के घाट उतारा था और कुछ खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाला को शहीद व गुरु बताते हैं।
शांडिल्य ने कहा कि किसी भी कीमत पर खालिस्तान व भिंडरावाला समर्थकों को बर्दाश्त नही किया जाएगा। कट्टरपंथियों को किसी कीमत पर सर उठाने नही दिया जाएगा और इसके लिए फ्रंट के सदस्य किसी भी कुर्बानी के लिए तैयार है।