सुक्खू के राज में महिलाएं नहीं कर रही सुरक्षित महसूस–नैंसी अटल
Himachalnow/मंडी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने बयान जारी करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िला के सुंदरनगर में अरोमा नासिंग कॉलेज के छात्रावास में हुई छात्रा की मौत चिंता का विषय बन गया है। आए दिन प्रदेश में महिलाओं व छात्राओं के साथ ऐसी घटनाएं प्रदेश को शर्मसार कर रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महिला अधिकारों के लिए हमेशा आवाज़ उठाती रही है और महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार सहन नहीं कर सकती उनका कहना है की हमारी भारतीय संस्कृति के अनुसार “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता” के भाव के लेकर चलते है। लेकिन इस तरह की घटनाएं कहीं न कहीं हमारी संस्कृति को ठेस पहुंचाने का काम कर रही है।
यह घटना सराज के गाँव गुराण,उप–तहसील थाची, जिला मंडी की है,अंजना जो कुल्लू से डिप्लोमा करने के बाद कुछ समय पहले निजी अस्पताल में जॉब कर रही थी, उसके बाद अरोमा नर्सिंग कॉलेज सुंदर नगर में बीएससी नर्सिंग में दाखिला लिया और कॉलेज के छात्रावास में रह रहीं थी l अचानक रात 23 अक्टूबर 2024 को 1 बजे पता चलता है कि अंजना चौथी मंजिल से गिर गई है घर वाले जब वहां पहुंचे तो सिर में गंभीर चोट होने की वजह से अंजना नेरचौक से चंडीगढ़ रेफर किया गया और एक दिन उपचाराधीन के बाद अंजना की मृत्यु हो जाती है। जब घर वाले छात्रावास प्रबंधन से बात करते है तो उनका गोल मोल रवैया देखने को मिलता है। उनका कहना था कि हमे तो काफ़ी समय बाद पता चला कि वो छत से गिर गई है, अंजना की सहेलियों के भी आना कानी वाले बयान सामने आते हैं उनका कहना है कि वो रात को धोए हुए कपड़े लाने छत पर गई थी तो चौथी मंजिल से गिर गई।
परंतु जिस तरह से अंजना के शरीर पर चोट आई वो केवल सिर के पीछे ही थी। छात्रावास प्रबंधन द्वारा अंजना के घर वालों को सूचना भी देरी से दी जाती है साथ ही घटना स्थल की भी साफ सफाई कर देना और दो दिनों तक पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज न करना इससे यह प्रतीत होता है कि सच्चाई कुछ ओर है बताया कुछ ओर जा रहा है। घटना के अनुसार तो ये हत्या के मामले का संशय है। कुछ भी हो लेकिन अंजना को न्याय मिलना चाहिए। इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं देखने को मिलती है जो फिर से सुंदर नगर के साथ साथ पूरे प्रदेश को शर्मसार करने वाली है ।
प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने कहा इस तरह की घटना हिमाचल प्रदेश जैसे शांतिप्रिय ओर देवभूमि राज्य में होना बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह सरकार के ओर कानून व्यवस्था के ऊपर खड़ा करती है कि जब से व्यवस्था परिवर्तन नारा देने वाली पार्टी सत्ता में आई है तब से अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हुए हैं कि इस तरह की अमानवीय घटना को अंजाम देने से पहले उन्हें कानून का जरा भी डर नहीं रहा है।
इस तरह की ये पहले घटना नहीं है जो प्रदेश में घटित हुई है अगर देखें तो इससे पहले भी चाहें पालमपुर की घटना हो या कुछ दिन पहले शिमला में युवती के साथ छेड़छाड़ का मामला हो प्रदेश में आये दिन महिलाओं से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं जो प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था में सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं |
उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश जिसे देवताओं की भूमि कहा जाता है, ऐसे में इस तरह की घटनाएं प्रदेश में होना चिंता का विषय है |विद्यार्थी परिषद हमेशा ऐसी घटनाओं को प्रशासन के सामने लाने का काम करती रही है व यह मानती है कि बार बार इस तरह की घटनाओं का होना कहीं न कहीं सरकार व प्रशासन की अनदेखी का नतीज़ा है और लंबे समय से हो रही यह घटनाएं अब आम होने को आ गई हैं जिसे विद्यार्थी परिषद बिलकुल सहन नहीं करेगी।
उन्होंने कहा पूरे विश्व में हिमाचल प्रदेश को शांतिप्रिय राज्यों में माना जाता है। लेकिन इस शांतिप्रिय राज्यों में इस तरह की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही। कहीं न कहीं इसमें सरकार व प्रशासन की बहुत बड़ी कमी है।
वहीं अगर हम देखें तो इस शर्मनाक घटना पर सरकार का रवैया तो उदासीन है ही पर नेता प्रतिपक्ष भी अपने क्षेत्र की इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहे हैं साथ ही मीडिया भी इस घटना पर चुप्पी साधे हुए है | प्रदेश के लिए ये बहुत ही शर्म का विषय है
ऐसे में विद्यार्थी परिषद सरकार से मांग करती है प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए तथा महिला सुरक्षा को लेकर निर्णायक कदम लिए जाएं| इस तरह की घटना प्रदेश में होना देवभूमि की कानून व्यवस्था के लिए चिंतनीय विषय है|