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नाटी पर जमकर झूमे करण जौहर, माधुरी दीक्षित और नोरा फतेही

HNN / सिरमौर

हिमाचल प्रदेश के एक ऑडियो गीत में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूम मचाई है। “मोले रै मोलाईऐ’ शीर्षक से गाये गए इस गीत को गत दिनों अंतरराष्ट्रीय स्तर के टीवी चैनल कलर टीवी के “झलक दिखला जा” शो में उस वक्त चलाया गया जब हिमाचल की प्रसिद्ध अदाकारा रुबीना दिलैक की प्रस्तुति चल रही थी और रुबीना दिलैक ने वहां उपस्थित प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक करण जौहर, सुप्रसिद्ध अभिनेत्री माधुरी दीक्षित, मशहूर नृत्यांगना रश्मिका मंदाना, नोरा फतेही एंकर मनीष पॉल जैसे जाने-माने कलाकारों को इस हिमाचली गीत पर नृत्य करने के लिए बुलाया तो सभी कलाकार “मोले रै मोलाईऐ” हिमाचली लोकगीत पर झूम-झूम कर नाचे।

बता दे कि हिमाचल के प्रसिद्ध लोक गायक प्रमोद भोटा द्वारा गाये गए “मोले रै मोलाईऐ” गीत की रिकॉर्डिंग सिरमौर जिला में पंचायत समिति संगड़ाह के अध्यक्ष मेलाराम शर्मा के शिमला स्थित स्टूडियो “देवभूमि डिजिटल रिकॉर्डिंग स्टूडियो पंथाघाटी शिमला” में प्रसिद्ध संगीतकार नीरज नेगी के निर्देशन में वर्ष 2019 में हुई है और अब तक यूट्यूब चैनल के एक ही चैनल पर इस गीत को साढ़े 3 करोड से अधिक लोगों ने सुना है और अलग-अलग चैनलों पर अभी तक 20 करोड से अधिक लोग इस गीत को सुन चुके हैं।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से उपनिदेशक के पद से सेवानिवृत्त मेलाराम शर्मा ने बताया कि उनके “देवभूमि डिजिटल रिकॉर्डिंग स्टूडियो पंथाघाटी शिमला” में इस गीत की रिकॉर्डिंग मात्र 10 दिनों में हुई है और यह गीत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूम मचा चुका है। उन्होंने कहा कि शायद ही कोई ऐसा संगीत का मंच होगा जहां “मोले रे मोलाईऐ” शीर्षक वाले प्रमोद भोटा के इस गीत को नहीं सुना जाता।

मेलाराम शर्मा ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि हिमाचल की समृद्धि सांस्कृतिक विधाओं को ध्यान में रखते हुए रिकॉर्ड किए गए इस गीत पर अब बॉलीवुड के कलाकारों द्वारा भी झलक दिखला जा जैसे कलर टीवी कार्यक्रमों में नृत्य के लिए प्रमुखता से चुना जाने लगा है। मेलाराम शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध होने पर इस गीत के गायक प्रमोद भोटा को बधाई दी है और कहा कि नीरज नेगी के उत्तम संगीत निर्देशन के कारण इस गीत को इतना अधिक पसंद किया गया है, इसके लिए नीरज नेगी भी बधाई के पात्र है। उन्होंने कहा कि संगीत की कोई भाषा नहीं होती और इसी प्रकार के प्रयासों से प्रदेश की समृद्ध संस्कृति को देश विदेश में पहचान दिलाई जा सकती है।

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