राष्ट्रीय राजमार्ग-305 की बदहाली से परेशान लोगों का सड़क पर फूटा गुस्सा
HNN/ कुल्लू
जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार में ओट लुहरी राष्ट्रीय राजमार्ग-305 की दुर्दशा को लेकर लोगों का गुस्सा अतत्त: सड़क पर फूट पड़ा है। इस सड़क मार्ग की बदहाली को लेकर स्थानीय लोगों ने पुरे बंजार कस्बे में एनएच कार्यालय तथा एसडीएम कार्यालय तक शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करके नारेबाजी की है और इसके शीघ्र मुरम्मत और विस्तारीकरण की मांग को लेकर एसडीएम बंजार के माध्यम से भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को ज्ञापन सौंपा है।
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इस दौरान लोगों ने बंजार स्थित एनएच कार्यालय का घेराव भी किया लेकिन यहां पर अधिकारी नदारद पाए गए। गौरतलब है कि राष्ट्रिय राजमार्ग-305 औट से लुहरी तक लगभग 97 किलोमीटर लंबा है जो जलोडी दर्रा होते हुए कुल्लू जिला के दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों इनर सराज और आउटर सराज को राजधानी शिमला और जिला मुख्यालय कुल्लू को जोड़ने वाली एकमात्र सड़क है।
करीब एक दशक पहले इस सड़क को स्टेट हाईवे 11 से अपग्रेड करके नेशनल हाईवे 305 बनाया गया है लेकिन अब इसकी हालत बहुत ही खस्ता व दयनीय हो गई है। आए दिन यहां पर कई सड़क हादसे होते रहते हैं जिसमें अभी तक पिछले दो दशक में सैंकड़ों लोग अपनी जान गंवा बैठे है और सैंकडों लोग गम्भीर रूप से घायल हो चुके हैं। पहाड़ी क्षेत्र होने के नाते यह नेशनल हाईवे 305 मात्र एक ही सड़क है जो यहां के कई गावों, कस्बों और घाटियों को कनेक्ट करती है।
इस सड़क की वजह से हजारों लोगों को रोजगार उपार्जन में मदद मिलती है क्योंकि यह जिला मुख्यालय कुल्लू से राजधानी शिमला को जोड़ने वाला एकमात्र सड़क मार्ग है। शासन प्रशासन को बार-बार अवगत करवाने के बावजूद भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है जिस कारण लोगों में भारी रोष व्याप्त है। इस सड़क में लारजी से लेकर घियागी तक कई स्थानों पर एक-एक फुट के गड्डे पड गए है और बंजार से लेकर जिभी तक तो इस सड़क की बहुत ही ज्यादा दुर्दशा हो गई है।
बंजार से पीछे और घियागी तक करीब 12 किलोमीटर की लंबी सड़क पर पिछले दस सालों से कोई भी मरम्मत का कार्य नहीं हुआ है। इस सड़क मार्ग की खस्ताहाल को लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। टूटी फूटी, उबड़खाबड़ और गड्ढों से भरी सड़क पर लोगों को यात्रा करने में काफी परेशानी हो रही है।
इस सड़क मार्ग की दुर्दशा से घाटी में उभरते हुए पर्यटन पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। लोगों का मानना है कि इस सड़क की मरम्मत और निर्माण कार्य को लेकर शासन प्रशासन में बैठे नुमाइंदे कोई भी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। इस सड़क की हालत कब सुधरेगी यह बताने वाला कोई नहीं है।
लोगों को ताज्जुब तब होता है जब कई जनप्रतिनिधि भी इस राह से हिचकोले खाते हुए गुजरते है लेकिन उन्हें इस मार्ग की दुर्दशा बारे कोई तरस नहीं आती। यदि शीघ्र ही इस सड़क मार्ग का मरम्मत और निर्माण कार्य शुरू नहीं होता है तो लोग चरणबद्ध तरीके से आला अधिकारियों का घेराव और जिला स्तर तक उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।
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