HNN/ मंडी
यूक्रेन की खारकी नेशनल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कर रहे शिवांश शर्मा की रविवार को घर वापसी हुई। दहशत और मौत के खौफ में 10 दिन बिताने के बाद घर पहुंचे शिवांश ने जैसे ही दहलीज लांघी, उसके आंसू छलक पड़े। माता-पिता ने बेटे को गले से लगाया तो उनकी आंखों से भी आंसू बह निकले। सभी ने प्रदेश और केंद्र सरकार की तारीफ की।
शिवांश शर्मा यूक्रेन की खारकी नेशनल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कर रहे है तथा मंडी के चुराग निवासी है। शिवांश शर्मा ने बताया कि यूक्रेन और रूस के बीच छिड़े युद्ध के कारण हालात बद से बदतर थे। हमारे सामने सबसे बड़ा संकट खाने का था साथ ही सुरक्षित घर लौटने का। उन्होंने कहा कि बंकर में गुजारा करते हुए उन्हें छह दिन हो गए थे।
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दहशत की वजह से वे सो नहीं सके। हमला होने पर बजने वाले सायरन से रूह कांप जाती थी। वहीं रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए उनके ग्रुप को पांच किलोमीटर पैदल पहुंचना पड़ा व रेल में चढ़ने के लिए भी बहुत मशक्कत करनी पड़ी। जिसके बाद वह इंडिगो एयरलाइंस से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली पहुंचने पर उन्हें हिमाचल भवन में ठहराया गया व रविवार को घर पहुंचे।
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