HNN/ बद्दी
मडांवाला मनोरोग एंव नशा मुक्ति अस्पताल मेंवर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर सेमिनार आयोजित किया गया है। जिसमें मनोरोग विशेषज्ञ डा. विनीत यादव ने वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान मानसिक रोगों से लडक़र ठीक हुए मरीजों को विशेष तौर पर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। डा. विनीत यादव ने कहा कि वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे का मुख्य मकसद दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर जन जन को जागरूक करना है। उन्होंने अपने 10 साल के अनुभवों को इस दौरान उपस्थित लोगों से सांझा किया।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में नशा की गिरफ्त में आने के चलते अधिकतर युवा मानसिक रोगों का शिकार हो रहे हैं। खासकर चिट्टे व बेहदद ही खतरनाक संथैटिक ड्रग का चलन बढऩा आने वाली पीढ़ी के लिए एक बड़ा खतरा है। इन नशों के गिरफ्त में आने वाले युवाओं को ठीक करना और उनकी मानसिक स्थिति को दोबार सही रास्ते पर लेना एक चिकित्सक के लिए बड़ी चुनौती होता है। उन्होंने कहा कि ऐसे नशों की चपेट में आने वाले लोग अपना मनोबल खो बैठते हैं और यह नशे ऐसे खतरनाक नशे हैं जिन्हें छुड़ाना आसान नहीं होता।
इन नशों के आभाव व ओवर डोज से आज देश में हजारों युवा दम तोड़ रहे हैं। डा. विनीत गुप्ता ने बताया कि हरियाणा-हिमाचल की सीमा पर स्थापित मड़ांवाला मनोरोग एंव नशा मुक्ति अस्पताल हरियाणा सरकार से लाईसेंस प्राप्त है। अस्पताल में अब तक सैंकड़ों युवाओं को नया जीवन दिया जा चुका है। डा. विनीत यादव ने इस दौरान मानसिक बीमारियों के रोगियों के लिए पूरे वर्ष निशुल्क परामर्श सेवा की भी घोषणा की।
कार्यक्रम के दौरान नई दिशा नशा मुक्ति केंद्र के संचालक संजीव गर्ग ने भी अपने विचार रखे और अपने 16 साल के अनुभव को सांझा किया। उन्होंने बताया बरोटीवाला के साथ कुल्हाड़ीवाला में स्थापित नई दिशा नशा मुक्ति केंद्र में इस समय 45 से अधिक युवाओं का उपचार चल रहा है। युवाओं के मनोबल को मजबूत करने और नशे से दूर रहने के लिए उन्हें प्रेरित किया जाता है। कार्यक्रम के दौरान ठीक हुए मानसिक रोगियों व अन्य विशेष अतिथियों को सम्मानित भी किया गया है।