रोटरी क्लब सोलन के प्रयासों से चार वर्षीय मासूम बच्ची को मिला नव जीवन
HNN/ सोलन
मानवता की सेवा में सर्मपित होकर कार्य कर रहे रोटरी क्लब सोलन के प्रयासों से एक मासूम बच्चे की जान बच गई। गौरतलब है कि चार वर्षीय बच्चे के दिल में छेद होने की जानकारी पर क्लब द्वारा तुरंत बच्चे का रोटरी क्लब चंडीगढ़ के हार्टलाइन प्रोजेक्ट के अंतर्गत फ़ोर्टिस अस्पताल मोहाली चंडीगढ़ में आपरेशन कराया गया। रोटरी क्लब सोलन के अध्यक्ष अनिल चौहान ने बताया कि चार वर्षीय बच्ची दीक्षिता चंडीगढ़ में आपरेशन के बाद परिवार सहित सोलन लौट आयी है।
चिकित्सकों से मिली जानकारी के मुताबिक समय से आपरेशन हो जाने पर अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है। समाजसेवी सोच के साथ साथ मानवता की सेवा के लिए क्लब कटिबद्धता के साथ कार्य करता रहा है, जोकि सदैव जारी रहेंगे। दीक्षिता के पिता राकेश जोकि अत्यंत दुर्बल आय वर्ग से आते हैं उन्होंने बताया कि वह चाह कर भी अपनी बच्ची का उपचार नहीं करा पाते।
रोटरी क्लब द्वारा कम समय में इतने अच्छे हॉस्पिटल में दीक्षिता का उपचार करा कर बच्ची को नया जीवन दिया। उसके लिए उसका परिवार रोटरी सोलन का जीवन भर आभारी रहेगा और बताया कि जब वह महज 2 साल की थी तो डॉक्टरों को उसके दिल में छेद का पता चला।
उसके वीएसडी हृदय के दो निचले कक्षों को अलग करने वाली दीवार में एक छेद है। सामान्य विकास में, भ्रूण के जन्म से पहले कक्षों के बीच की दीवार बंद हो जाती है, ताकि जन्म के समय, ऑक्सीजन युक्त रक्त को ऑक्सीजन-रहित रक्त के साथ मिश्रित होने से रोका जा सके। जब छेद बंद नहीं होता है, तो इससे हृदय पर अधिक दबाव पड़ सकता है या शरीर को ऑक्सीजन कम मिल सकती है।