HNN/शिमला
हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। ऐसा कोई भी विभाग या कार्यालय नहीं, जहां बारिश ने लोगों को हैरान ना किया हो। बताया जा रहा है कि इस बार मानसून से प्रदेश के स्कूलों को इतना नुक्सान हुआ है कि गांव के सामुदायिक भवन, गुरुद्वारे और पंचायत भवनों में स्कूल खोले जा रहे हैं।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के करीब 225 स्कूल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं जिससे कि अब कुछ स्कूलों में बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की गई है। बताया जा रहा है कि जिला कुल्लू मनाली में अभी भी स्कूल बंद हैं। जिस कारण यहां सभी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं जारी हैं। बता दें कि कुल्लू में सबसे अधिक 120 स्कूल टूटे हैं। हालांकि बाकि जिलों से ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है किन्तु वहां भी स्कूलों की हालत नाजुक है। कहीं पर स्कूलों में दरारें आ गई हैं तो कई स्कूल जमींदोज हो गए हैं।
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बता दें कि बिलासपुर में 14 ,सिरमौर में 6, कांगड़ा में 3, मंडी में 6, चंबा में 13, शिमला में 32, किन्नौर में 7, हमीरपुर में 4, सोलन में 20, और कुल्लू में 120 स्कूल पूरी तरह से खत्म हो गए हैं। प्रदेश में भारी बारिश से कॉलेजों को लगभग 7 करोड़ का नुक्सान हो गया है। शिक्षा विभाग के द्वारा कॉलेजों की नुक्सान की रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है, हालांकि, अभी कई जिलों से नुक्सान की रिपोर्ट आनी बाकी हैं। लेकिन स्कूलों की रिपोर्ट अभी भी तैयार ही की जा रही है।
उच्च शिक्षा के शिक्षा उपनिदेशक डॉ. जगदीश नेगी ने कहा कि सरकार फिलहाल बच्चों की पढ़ाई पर फोकस कर रही है। जहां बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे है, वहां ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है, लेकिन जहां पर स्कूल नहीं है, वहां वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। स्कूलों की मरम्मत कैसे होगी, इस पर प्लान तैयार हो रहा है। फिलहाल स्कूलों बच्चों को दिक्कत न आए इस पर एजुकेशन डिपार्टमेंट और सरकार फोकस कर रही हैं।
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