काला अंब के औद्योगिक क्षेत्र में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) चंडीगढ़ की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो फार्मा इकाइयों पर ताला जड़ दिया। यह कार्रवाई साइकोट्रॉपिक दवाओं की संदिग्ध सप्लाई के मामले में की गई है, जिसे लेकर जांच जारी है।
नाहन
सप्लाई चेन पर उठा सवाल
सूत्रों के मुताबिक, उत्तराखंड की एक दवा कंपनी ने साइकोट्रॉपिक दवाओं का ऑर्डर काला अंब की दो इकाइयों को दिया था। हालांकि, जो दवाएं उत्तराखंड भेजी गईं थीं, वे अवैध रूप से पंजाब में बरामद की गईं। इस घटना ने फार्मा सप्लाई चेन की पारदर्शिता और नियमन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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एनसीबी की जांच और सीलिंग
एनसीबी टीम ने इस मामले की तह तक जाने के लिए दोनों दवा इकाइयों में दबिश दी। सूत्रों के अनुसार, कंपनियों के सीएमडी को कई बार बुलाया गया, लेकिन वे जांच में शामिल नहीं हुए। इसके चलते दोनों इकाइयों को जांच पूरी होने तक सील कर दिया गया।
स्थानीय विभागों को जानकारी नहीं
हैरानी की बात यह है कि इस कार्रवाई की जानकारी न तो राज्य दवा नियंत्रक को दी गई और न ही जिला ड्रग विभाग को। यहां तक कि स्थानीय पुलिस को भी एनसीबी ने अपनी कार्रवाई में शामिल नहीं किया, जिससे पूरे मामले पर और भी सवाल उठ गए हैं।
जांच की दिशा और प्रशासन की प्रतिक्रिया
सूत्रों के अनुसार, एनसीबी इस पूरे प्रकरण की गहनता से जांच कर रही है। उधर, राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन छुट्टी के कारण उनसे बात नहीं हो पाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए फार्मा इंडस्ट्री से जुड़े हलकों में हलचल तेज हो गई है।
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