HNN ऊना/वीरेंद्र बन्याल
उप तहसील रक्कड के उप-गांव अलोह से संबंध रखने वाले गोपाल कृष्ण शर्मा नौनी (सोलन) से सेवानिवृत हुए। उद्यान विज्ञान एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौनी सोलन से गोपाल कृष्ण शर्मा गांव अलोह तहसील रक्कड जिला कांगड़ा से 36 साल की सेवाएं देने के उपरांत निजी सचिव पद से सेवानिवृत हुए हैं।
गोपाल कृष्ण का जन्म 6 अगस्त 1964 को हुआ।इन्होंने अपने मैट्रिक तक की शिक्षा कुटलैहड क्षेत्र के राजकीय उच्च विद्यालय हटली से वर्ष 1980 में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी। इसके अलावा अपने सेवाकाल के दौरान उच्च शिक्षा के संदर्भ में इन्होंने कला स्नातक की उपाधि वर्ष 1993 और हिंदी विषय में सनातकोत्तर की उपाधि वर्ष 1996 में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्राचार के माध्यम से उत्तीर्ण की।
इसके अलावा इन्होंने एलएलवी (एकेडमिक) की उपाधि यूनिवर्सिटी ऑफ़ जम्मू तथा सन 2003 में कार्मिक प्रबंधन का स्नातकोत्तर डिप्लोमा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्राचार के माध्यम से उत्तीर्ण किया।
इन्होंने इस विश्वविद्यालय के पादप रोग विज्ञान विभाग में दिनांक 8 अगस्त 1988 को अवर वेतनमान आशुलिपिक के पद पर अपनी सेवाएं प्रारंभ की। इस विभाग ने 17 वर्षों के लगातार सेवा के दौरान अगस्त 1993 में यह अवर वेतनमान आशुलिपिक ग्रेड 1 तथा दिसंबर 1998 में यह वरिष्ठ वेतनमान आशुलिपिक के पद पर पदोन्नत हुए। तत्पश्चात अगस्त 2005 से लेकर दिसंबर 213 तक इन्होंने डिपार्टमेंट ऑफ़ सिल्विकल्चर में अपनी सेवाएं दी।
इसके बाद जनवरी 2014 से लेकर जनवरी 2019 तक डीन कॉलेज आफ फॉरेस्ट्री के कार्यालय में अपनी सेवाएं प्रदान की। इस दौरान पर्सनल असिस्टेंट के पद पर उनकी पदोन्नति सितंबर 2017 को हुई।जुलाई 2019 से लेकर 2022 में तक इन्होंने पर्सनल असिस्टेंट के पद पर वाइस चांसलर सैक्टरेट में अपनी सेवाएं प्रदान की।
तत्पश्चात जून 2022 से लेकर आज सेवानिवृत्ति के दिन तक विस्तार शिक्षा निदेशालय में इन्होंने अपनी सेवाएं प्रदान की। इस दौरान दौरान उनकी पदोन्नति एक बार फिर से फरवरी 2024 को निजी सचिव पीएस के पद पर हुई।
उपरोक्त जीवन परिचय से यह विदित होता है कि अपने कार्यकाल के दौरान गोपाल कृष्ण शर्मा ने न केवल अपने कार्यों को उत्कृष्ट के साथ निभाया बल्कि उन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता को भी बढ़ाया। यह उपलब्धि अपने आप में एक मिसाल है और इसके अलावा हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा सन 1997 में इन्हें हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त सन 2017 ने शर्मा को हिमाचल प्रदेश के माननीय राज्यपाल द्वारा निजी सहायक के रूप में उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें विश्वविद्यालय के 34बें स्थापना दिवस के पर प्रदान किया गया था।
शर्मा के परिवार में उनकी एक पुत्री और एक पुत्र है। दोनों विवाहित, और अपने-अपने क्षेत्र में सफल हैं। उनके पुत्र वर्तमान में नवीश कंपनी मोहाली में बिजनेस यूनिट हेड के रूप में कार्यरत हैं।तथा उनकी बेटी पहले इंजीनियरिंग कॉलेज काला अंब में प्रवक्ता के रूप में कार्य थी तथा वर्तमान में यह अपने दो छोटे बच्चों की देखभाल कर रही है। इसके अतिरिक्त उनकी बहू इस बेस्ट आईडी कंपनी में स्टाफ सिर के रूप में कार्यरत है तथा उनके दामाद हैवेल्स कंपनी में सीनियर इंजीनियर के रूप में कार्यरत है।
शर्मा इस विश्वविद्यालय में अपने कार्यकाल में 36 वर्ष 24 दिन सेवा अपनी पूर्ण करने के उपरांत 31 अगस्त को सेवानिवृत हो गए हैं।
वहीं इस अवसर पर नौनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल ने सेवानिवृत निजी सचिव जीके शर्मा व उनके धर्मपत्नी तृप्ता शर्मा को हिमाचली टोपी, शॉल और विश्वविद्यालय का समृद्धि चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
नौनी विश्वविद्यालय के कुलपति राजेश्वर सिंह चंदेल ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भावनात्मक है। क्योंकि हम ऐसे विशिष्ट व्यक्तिगत को विदा कर रहे हैं।जिन्होंने अपने परिश्रम और कार्यकुशलता से इस विश्वविद्यालय की सेवा की है। उनके अमूल्य योगदान के लिए अपनी गहरी कृत्यज्ञता व्यक्त करते हैं। हम उनके भविष्य के सभी प्रयासों को अच्छे स्वास्थ्य,खुशी और पूर्णता की कामना करते हैं।अपने इस विश्वविद्यालय की प्रकृति में जो सहयोग दिया है।उसकी संपूर्ण विश्वविद्यालय परिवार अपने हृदय से आभार व्यक्त करता है, तथा आपकी सेवानिवृत्ति पर आपको और आपके परिवार को हार्दिक बधाई देता है।
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