चेंबर ऑफ कॉमर्स ने प्रशासन को भी दिखाया ठेंगा
HNN / काला अंब
हिमाचल प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र काला अंब में उद्योगपतियों पर ट्रांसपोर्टेशन को लेकर बड़ा संकट मंडराने लग पड़ा है। चेंबर ऑफ कॉमर्स की मनमर्जी के चलते स्थानीय हिमाचली ट्रक ऑपरेटर को माल ढुलाई आदि का कार्य नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते भारी भरकम कर्ज लेकर उद्योगों के आश्रय रोजगार की उम्मीद वाले स्थानीय ट्रक ऑपरेटर्स भूखा मरने की कगार पर पहुंच गए हैं। शनिवार को दी मारकंडा ट्रक ऑपरेटर सोसाइटी के बैनर तले ढाई सौ से अधिक ट्रक ऑपरेटर्स के द्वारा आपात बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक की अध्यक्षता संजीव राणा के द्वारा की गई। जबकि इससे पूर्व ट्रक ऑपरेटर सोसायटी के बैनर तले प्रशासन से मिले आश्वासन के बाद जिला उद्योग केंद्र नाहन में पहुंचे थे। प्रशासन के द्वारा पहले यह कहा गया था कि वह किसी भी तरह की हड़ताल आदि ना करें, चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ उनकी बात कराई जाएगी। संजीव राणा ने बताया कि सोसायटी के तमाम पदाधिकारी पूर्व मिली सूचना के आधार पर मीटिंग के लिए डीआईसी के दफ्तर पहुंचे। इस मीटिंग में एसडीएम भी पहुंचे मगर चैंबर्स ने कन्नी काट ली। जिसको लेकर काला अंब के स्थानीय ट्रक ऑपरेटर भड़क गए।
आगामी रणनीति को लेकर काला अंब में बैठक का आयोजन किया गया। तो वही सोसाइटी से जुड़े तमाम ट्रक ऑपरेटर्स ने एक बड़ा मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। ट्रक ऑपरेटर इमरान, राजेंद्र, सुनील, परमीत सिंह आदि का कहना है कि अगर समय रहते चेंबर ऑफ कॉमर्स बैठक कर समाधान नहीं निकलता है तो किसी भी फैक्ट्री से ना माल उठने दिया जाएगा और ना ही ले जाने दिया जाएगा। संजीव राणा का कहना है कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने हिमाचलियों को रोजगार सुनिश्चित करने के लिए इंडस्ट्री को डायरेक्शन भी जारी की है। बावजूद इसके बाहरी राज्यों के ट्रक ऑपरेटर्स को ट्रांसपोर्टेशन का काम देकर उनके रोजगार पर लात मारी जा रही है।
बैठक में मौजूद तमाम ट्रक ऑपरेटर्स ने कहा कि उन पर बैंकों का भारी भरकम कर्ज खड़ा है। ट्रांसपोर्टेशन का कार्य ना मिलने के कारण उन पर आर्थिक संकट मंडराने लग पड़ा है। गौरतलब हो कि काला अंब औद्योगिक क्षेत्र में करीब ढाई सौ से अधिक ट्रक ऑपरेटर हैं। यही नहीं काला अंब में सैकड़ों फैक्ट्रियां चल रही है। इस औद्योगिक क्षेत्र में चेंबर ऑफ कॉमर्स के अलावा ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन तथा लघु उद्योग भारती भी है। बावजूद इसके तमाम उद्योग पड़ोसी राज्य हरियाणा से ट्रांसपोर्टेशन वाहन बुलाते हैं।
जिला परिषद सदस्य दिनेश अग्रवाल का कहना है कि यदि जल्द प्रशासन इस समस्या का समाधान नहीं करता है तो उन्हें संघर्ष का रास्ता अपनाना होगा। आयोजित आपात बैठक में इमरान, राजेंद्र ,सुनील, चमनलाल, सनी, रामेश्वर, मनजीत, परमजीत आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।