किन्नौर (हिमाचल प्रदेश): किन्नौर जिले के रक्षम में आइस स्कल्पचर वर्कशॉप का शुभारंभ उपायुक्त अमित शर्मा द्वारा किया गया। तीन दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला का उद्देश्य विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देना है।
सेना, आईटीबीपी और स्थानीय टीमों ने लिया भाग
इस कार्यशाला में स्थानीय युवक मंडल, महिला मंडल, भारतीय सेना, आईटीबीपी और एचवी पुलिस की टीमें भाग ले रही हैं। इसके अलावा, रक्षम यूथ क्लब और रक्षम महिला मंडल की टीमों ने भी सक्रिय भागीदारी दिखाई।
दिल्ली की ‘अभुदय’ टीम दे रही प्रशिक्षण
इस वर्कशॉप में ‘अभुदय टीम’ द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। टीम के सदस्यों ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को बर्फ से मूर्तियां और कलाकृतियां बनाने का प्रशिक्षण दिया।
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टीम के एक सदस्य ने कहा,
“किन्नौर में पहली बार इस तरह की कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।”
विंटर टूरिज्म और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
उपायुक्त अमित शर्मा ने बताया कि,
“इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देना और विंटर टूरिज्म को आकर्षित करना है। स्नो स्कल्पचर की कला स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खोलेगी।”
उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में इस तरह की कार्यशालाएं व्यापक स्तर पर आयोजित की जाएंगी, जिससे किन्नौर के लोग और स्थानीय व्यापार दोनों को लाभ मिलेगा।
पर्यटकों को मिलेगा नया अनुभव
‘अभुदय टीम’ ने यह भी कहा कि इस तरह के आयोजनों से किन्नौर में आने वाले पर्यटकों को नया और अनोखा अनुभव मिलेगा। पर्यटक यहां की खूबसूरती को यादों में संजो कर ले जाएंगे, जिससे स्थानीय पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा।
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