चौपाल (हिमाचल प्रदेश): हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध धार्मिक स्थली चूड़धार तक पहुंचने के लिए रोपवे निर्माण की मांग जोर पकड़ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सराहा क्षेत्र से यदि रोपवे का निर्माण होता है, तो श्रद्धालुओं और पर्यटकों को यात्रा में बड़ी सुविधा मिलेगी।
सराहा से चूड़धार तक यात्रा होगी आसान
चूड़धार स्थित शिरगुल महाराज मंदिर के दर्शन के लिए हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालु बुड्ढा महाराज मंदिर के दर्शन के लिए भी सराहा होकर ही जाते हैं।
- नोहराधार से चूड़धार की दूरी 18 किलोमीटर है।
- वहीं, सराहा से चूड़धार की दूरी मात्र 7 किलोमीटर है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि,
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
“यदि सराहा से रोपवे का निर्माण होता है, तो न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि प्रशासन को भी यात्रा प्रबंधन में कम खर्च करना पड़ेगा।”
पर्यावरण संरक्षण में भी होगा योगदान
स्थानीय निवासियों ने यह भी तर्क दिया कि रोपवे निर्माण से पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
“यदि रोपवे बनता है, तो जंगलों को कटने से बचाया जा सकता है और प्राकृतिक संतुलन भी बना रहेगा। इससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होगा और यात्रा भी सुविधाजनक होगी।”
यात्रा के दौरान लगती है भारी भीड़
चूड़धार यात्रा के दौरान सराहा से प्रतिदिन 6 से 700 वाहन निकलते हैं और हजारों श्रद्धालु यहां से होकर गुजरते हैं।
“दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड समेत कई राज्यों से श्रद्धालु सराहा होकर चूड़धार पहुंचते हैं। यदि रोपवे का निर्माण हो जाता है, तो यात्रा अधिक सुगम और सुरक्षित हो जाएगी।”
प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि इस मांग पर गंभीरता से विचार किया जाए और सराहा से चूड़धार तक रोपवे निर्माण की प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाए।
रोपवे निर्माण से न केवल यात्रा में सुविधा होगी, बल्कि स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
📢 लेटेस्ट न्यूज़
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group