HNN/ शिलाई
उद्योग, संसदीय कार्य एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने आज अपने सिरमौर प्रवास के दौरान कफोटा व शिलाई में जन समस्याएं सुनी। उद्योग मंत्री कफोटा लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में कफोटा बोखाला-पाब, दुगाना, शिल्ला, टटियाणा, कोटा-पाब, ठोठा-जाखल, समां-पंपता पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों ने मंत्री से मिल कर अपने क्षेत्रों की सामूहिक तथा व्यक्तिगत समस्याएं उनके समक्ष रखीं।
इस दौरान कफोटा की जामना पंचायत के का प्रतिनिधि मंडल उनसे मिला और पवार गांव में सामुदायिक भवन बनवाने की मांग रखी। उद्योग मंत्री ने पवार गांव के लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होंने लोगों की अधिकांश समस्याओं का निपटारा मौके पर किया जबकि कुछ समस्याओं को उन्होंने संबंधित विभागों को तुरंत निराकरण के लिये सौंपा। उद्योग मंत्री दोपहर बाद शिलाई लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में लोगों की समस्या का निराकरण करने पंहूचे।
इस दौरान क्षेत्र की विभिन्न ग्राम पंचायतों शिलाई, नाया, पाब मानल, कुंहट, बाली कोटी, ग्वाली कोटा मानल, बादंली, भैला, डैहर, नैनीधार व लोजा मानल के चुने हुए प्रतिनिधि व स्थानीय लोगो ने मंत्री से मुलाकात की व क्षेत्र की समस्याएं उनके समक्ष रखी।
उद्योग मंत्री ने अधिकांश समस्याओं का निपटारा मौके पर किया तथा कुछ समस्याओं को संबंधित विभागों को तुरंत निराकरण के लिये सौंप दिया। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक गांव में विकास की गति को तेज करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है।
लोगों को पेयजल, बिजली, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये सरकार कृत-संकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आम जन की छोटी-बड़ी समस्याओं के लिए संवेदनशील है जिसके दृष्टिगत वह समय समय पर आम जन से मिलकर उनकी छोटी-बड़ी समस्याओं का निराकरण करने में लगे रहते हैं।
इस अवसर पर एसडीएम शिलाई सुरेश सिंघा, डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति राजेश कुमार, बीडीओ शिलाई अजय सूद, सदस्य सचिव उद्योग रचित शर्मा, कांग्रेस ब्लॉक समिति अध्यक्ष सीता राम, पूर्व जिला परिषद सदस्य प्रताप तोमर, बीडीसी सदस्य रमेश नेगी, कांग्रेस ब्लॉक महासचिव अत्तर राणा व वीर सिंह चौहान, प्रधान सुनील चौहान, माया राम, रघुवीर चौहान, अत्तर सिंह पुंडीर, गुलाब सिंह, खुशी राम, भाव सिंह, तपेंद्र चौहान सहित पंचायती राज संस्थानो के चुने हुए प्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।