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आधुनिक जीवनशैली में आयुर्वेद की बढ़ती भूमिका, घुमारवीं में पंचकर्म वेलनेस रिजॉर्ट का शुभारंभ

हिमांचलनाउ डेस्क नाहन | 26 दिसंबर 2025 at 12:18 pm

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आधुनिक जीवन से उपज रहे रोगों के बीच आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा की उपयोगिता तेजी से बढ़ रही है। घुमारवीं के तलवाड़ा क्षेत्र में शुरू हुआ यह नया आयुर्वेदिक केंद्र स्वास्थ्य पर्यटन और स्थानीय रोजगार को नई दिशा देगा।

बिलासपुर/घुमारवीं

आधुनिक दौर में आयुर्वेद की प्रासंगिकता पर जोर
नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली अनेक बीमारियों को जन्म दे रही है, ऐसे में आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। वे घुमारवीं उपमंडल के तलवाड़ा आत्रेय आयुर्वेद पीठ आयुर्वेद वेलनेस पंचकर्म रिजॉर्ट के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।

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आयुर्वेद को बताया संपूर्ण जीवन पद्धति
मंत्री ने कहा कि आयुर्वेद केवल इलाज की विधा नहीं बल्कि संतुलित, स्वस्थ और प्राकृतिक जीवन जीने की संपूर्ण पद्धति है। औषधीय पौधे शरीर के साथ-साथ मन और आत्मा को भी संतुलित रखने में सहायक होते हैं।

स्वास्थ्य पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
राजेश धर्माणी ने कहा कि केरल की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में आयुर्वेद आधारित आवासीय पंचकर्म केंद्र स्थापित होने से स्वास्थ्य पर्यटन को मजबूती मिलेगी। ऐसे संस्थान स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेंगे।

औषधीय पौधों पर पुस्तक का विमोचन
इस अवसर पर मंत्री ने “शिवालिक क्षेत्र में औषधीय पौधे” पुस्तक का विमोचन भी किया। वैद्य नैंसी बन्याल द्वारा लिखी गई इस पुस्तक में शिवालिक क्षेत्र में पाए जाने वाले औषधीय पौधों का वैज्ञानिक विवरण दिया गया है। मंत्री ने इसे शोधार्थियों, किसानों और आयुर्वेद चिकित्सकों के लिए उपयोगी बताया।

संस्थान की विशेषताएं साझा की गईं
संस्थान के संस्थापक धनी राम वर्मा ने बताया कि यह पंचकर्म रिजॉर्ट विशुद्ध आयुर्वेदिक सिद्धांतों पर आधारित है, जहां 24 घंटे चिकित्सकीय निगरानी में आवासीय उपचार, योग, ध्यान और प्राकृतिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। ऋषि-मुनियों की कुटिया शैली में बने मिट्टी के कुटीर रोगियों को शांत वातावरण प्रदान करेंगे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और घोषणाएं
कार्यक्रम में महिला मंडल और स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। मंत्री ने महिला मंडल को 11 हजार रुपये और बच्चों को 1100 रुपये देने की घोषणा भी की।

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