लेटेस्ट हिमाचल प्रदेश न्यूज़ हेडलाइंस

नकली शराब की बिक्री और अवैध तस्करी रोकने को संगठित रणनीति के साथ संयुक्त कार्यवाही करें एजेंसियां – उपायुक्त

PARUL | 5 नवंबर 2024 at 9:51 pm

Share On WhatsApp Share On Facebook Share On Twitter

Himachalnow /ऊना/वीरेंद्र बन्याल

उपायुक्त जतिन लाल ने ऊना जिले में नकली शराब की बिक्री और मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर सख्त कदम उठाने पर जोर देते हुए सभी संबंधित एजेंसियों को संयुक्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को आयोजित जिला-स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने हिमाचल प्रदेश आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने अवैध शराब और मादक पदार्थों के प्रसार को रोकने के लिए संबंधित एजेंसियों को आपसी तालमेल बढ़ाने और एक संगठित रणनीति के तहत काम करने को कहा।


बैठक में हिमाचल प्रदेश आबकारी अधिनियम 2011, एनडीपीएस अधिनियम 1985, और हिमाचल प्रदेश एनडीपीएस नियम 1989 के तहत उठाए गए कदमों की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने कहा कि नकली शराब और अवैध मादक पदार्थों के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए एक व्यापक और प्रभावी रणनीति आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिया कि विभाग नियमित रूप से सूचनाओं का आदान-प्रदान करें और आवश्यकतानुसार संयुक्त छापेमारी अभियान चलाएं। साथ ही, उन्होंने जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक प्रत्येक तिमाही में एक बार आयोजित करने का निर्देश दिए ताकि विभागों के बीच समन्वय बना रहे और मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई प्रभावी ढंग से संचालित हो।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group


उपायुक्त जतिन लाल ने सामुदायिक सुरक्षा को सर्वोपरि रखने तथा अधिनियमों का सख्त अनुपालन और सक्रिय निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस अभियान में स्थानीय समुदाय को शामिल करने का भी आह्वान किया, ताकि अवैध शराब और मादक पदार्थों की तस्करी पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जा सके।


39485.017 बल्क लीटर शराब व मादक पेय  जब्त


बैठक के दौरान, राज्य कर एवं आबकारी विभाग ऊना के उप आयुक्त टिकम राम ने पिछले छह महीनों में की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि 1 अप्रैल 2024 से अब तक जिले में कुल 39,485.017 बल्क लीटर शराब व मादक पेय की जब्ती की गई है। इस कार्रवाई के दौरान देशी और विदेशी शराब, बीयर और ईएनए (एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल) जैसे पदार्थों की जब्ती की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि शराब और मादक पदार्थों के सेवन के दुष्प्रभावों को लेकर स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूक करना और उन्हें नशीले पदार्थों से दूर रखना है। उपायुक्त ने इस तरह के कार्यक्रमों को और व्यापक स्तर पर चलाने के निर्देश भी दिए।इस बैठक में पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह, एसडीएम हरोली विशाल शर्मा, एसडीएम गगरेट सौमिल गौतम, एसडीएम बंगाणा सोनू गोयल, एसडीएम अंब सचिन शर्मा, उपमंडलीय पुलिस अधिकारी अंब डॉ. वसुधा सूद, हरोली के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी मोहन रावत, और राज्य कर एवं आबकारी विभाग ऊना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!

Join WhatsApp Group

आपकी राय, हमारी शक्ति!
इस खबर पर आपकी प्रतिक्रिया साझा करें


[web_stories title="false" view="grid", circle_size="20", number_of_stories= "7"]