Himachalnow / शिमला
शिमला | हिमाचल प्रदेश में नए शैक्षणिक सत्र से सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य किया जा सकता है। शिक्षा विभाग इसको लेकर नए दिशा-निर्देश जारी करने की तैयारी में है।
ड्रेस कोड क्यों जरूरी?
शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए शिक्षक रोल मॉडल होते हैं, इसलिए उनके पहनावे और व्यवहार का बच्चों पर सीधा प्रभाव पड़ता है। जिन स्कूलों में पहले ही ड्रेस कोड लागू किया गया है, वहां सकारात्मक बदलाव देखे गए हैं।
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क्या होगा नया ड्रेस कोड?
- पुरुष शिक्षक: फॉर्मल ड्रेस पहनेंगे।
- महिला शिक्षिका: साड़ी या साधारण सूट-सलवार पहनेंगी।
स्वैच्छिक से अनिवार्य ड्रेस कोड की ओर बढ़ता कदम
- पिछले वर्ष स्वैच्छिक रूप से कुछ स्कूलों में ड्रेस कोड लागू किया गया था।
- कई स्कूलों के प्रिंसिपलों और शिक्षकों ने इसे अनिवार्य करने की वकालत की।
- सरकार की मंजूरी के बाद इसे सभी सरकारी स्कूलों में लागू करने की तैयारी हो रही है।
अन्य राज्यों में भी लागू है नियम
देश के कई राज्यों में सरकारी शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड पहले से ही लागू है। हिमाचल सरकार भी उसी दिशा में आगे बढ़ रही है ताकि सरकारी स्कूलों में अनुशासन और पेशेवर माहौल को बढ़ावा दिया जा सके।
क्या होंगे इस बदलाव के फायदे?
✅ अनुशासन में सुधार होगा।
✅ छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
✅ स्कूलों में एकरूपता और पेशेवर माहौल बनेगा।
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