Himachalnow / Delhi
संसद शीतकालीन सत्र: राहुल गांधी और बीजेपी सांसदों के बीच धक्का-मुक्की का विवाद
संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ प्रदर्शन किया, जबकि भाजपा ने विपक्ष पर संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया। इस दौरान संसद परिसर में कथित तौर पर धक्का-मुक्की की घटनाएं भी सामने आईं।
बीजेपी का आरोप: राहुल गांधी पर सांसदों को चोट पहुंचाने का आरोप
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने लोकसभा में धक्का-मुक्की की, जिससे बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को चोट लगी।
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राहुल गांधी का दावा: रोका गया और धमकाया गया
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि जब वे संसद भवन में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, तो बीजेपी सांसदों ने उन्हें रोका और धक्का-मुक्की की। राहुल गांधी का कहना है,
“मुझे धमकाया गया और रोकने की कोशिश की गई। लेकिन विपक्ष इन हरकतों से डरने वाला नहीं है।”
राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद प्रियंका गांधी के साथ भी ऐसा व्यवहार किया गया।
रिजिजू का तंज: “क्या सांसदों को मारने के लिए कुंग फू सीखा?”
इस विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि
“राहुल गांधी जापान की मार्शल आर्ट अकीडो में ब्लैक बेल्ट हैं। क्या उन्होंने यह सांसदों को मारने के लिए सीखा है?”
उन्होंने आगे कहा,
“संसद लोकतंत्र का मंदिर है। यह ताकत दिखाने का अखाड़ा नहीं है। राहुल गांधी को यह समझना होगा कि संसद किसी राजा की निजी संपत्ति नहीं है।”
केंद्रीय मंत्री का बयान: “हमने संयम दिखाया”
केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा,
“वे संसद में बल प्रयोग कैसे कर सकते हैं? किस कानून के तहत उन्हें अन्य सांसदों पर शारीरिक हमला करने का अधिकार है?”
उन्होंने दावा किया कि एनडीए के सांसद लोकतंत्र के सिद्धांतों का पालन करते हैं और किसी को शारीरिक क्षति नहीं पहुंचाते।
कांग्रेस का रुख: “इन घटनाओं से फर्क नहीं पड़ता”
कांग्रेस ने सत्तापक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि ऐसे दबाव और धमकियों से विपक्ष झुकेगा नहीं। राहुल गांधी का कहना था कि यह घटनाएं विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश हैं, लेकिन इससे विपक्ष की एकजुटता और मजबूत होगी।
निष्कर्ष
संसद शीतकालीन सत्र 2024 राजनीतिक विवादों और तीखे आरोप-प्रत्यारोपों के बीच जारी है। धक्का-मुक्की और बयानबाजी ने सदन की गरिमा पर सवाल खड़े किए हैं। विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच यह टकराव आगे किस दिशा में जाएगा, यह देखना बाकी है।
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