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CUET UG में बदलाव / परीक्षा का तरीका और विषय चयन में होंगे बड़े बदलाव, अब सिर्फ इतने सब्जेक्ट चुनने का मिलेगा ऑप्शन

हिमाचलनाउ डेस्क | 13 दिसंबर 2024 at 5:20 am

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CUET UG 2025: विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए महत्वपूर्ण बदलाव

2025 से, विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए होने वाली कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी-यूजी) में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों से न केवल परीक्षा का तरीका बदलेगा, बल्कि इसके स्वरूप में भी कुछ प्रमुख परिवर्तन होंगे।

CUET UG 2025 में बदलाव

  1. कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT): सीयूईटी-यूजी 2025 से यह परीक्षा पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित होगी। इससे पहले सीयूईटी-यूजी का आयोजन पेन और पेपर मोड में भी किया जाता था, लेकिन अब यह परीक्षा सिर्फ डिजिटल मोड में होगी।
  2. कोई विकल्प नहीं – सभी प्रश्नों का उत्तर देना होगा: 2025 से इस परीक्षा में कोई प्रश्नों का विकल्प नहीं होगा। यानी अब छात्रों को सभी प्रश्नों के उत्तर देने होंगे, चाहे वे उन्हें जानते हों या नहीं। इससे पहले छात्रों को कुछ प्रश्नों का चयन करने का विकल्प मिलता था, लेकिन अब यह प्रक्रिया बदल गई है।
  3. विषय चयन में लचीलापन: अब छात्रों के लिए यह जरूरी नहीं होगा कि वे वही विषय चुनें, जो उन्होंने 12वीं कक्षा में पढ़े थे। पहले के मुकाबले इस बार छात्रों को 63 की बजाय सिर्फ 37 विषयों में से चुनाव करना होगा।
  4. परीक्षा की अवधि: सीयूईटी-यूजी की परीक्षा अब अधिकतम एक घंटे की होगी। पहले यह परीक्षा 45 से 60 मिनट की होती थी, लेकिन अब इसे घटाकर एक घंटे किया गया है।
  5. सीयूईटी-यूजी के लिए पांच विषयों का विकल्प: छात्र अब पांच विषयों में से परीक्षा दे सकेंगे। इससे पहले 2024 में छह विषयों का विकल्प था, जबकि 2023 में दस और 2022 में नौ विषयों का चयन किया जा सकता था।
  6. स्कोर की वैधता: सीयूईटी-यूजी का स्कोर अब सिर्फ एक अकादमिक वर्ष के लिए मान्य होगा। इसका मतलब है कि एक साल के बाद छात्रों को फिर से परीक्षा देनी होगी।

CUET PG में भी बदलाव

सीयूईटी-पीजी की अवधि को भी 105 मिनट से घटाकर 90 मिनट कर दिया गया है। इसके साथ ही डोमेन विशिष्ट विषयों को 29 से घटाकर 23 कर दिया गया है। इसमें से कुछ विषयों जैसे उद्यमिता, टीचिंग, एप्टीट्यूड, और इंजीनियरिंग ग्राफिक्स को हटा दिया गया है।

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पेपर में आएंगे 50 प्रश्न

2024 में जनरल टेस्ट में 60 में से 50 प्रश्न हल करने होते थे, और अन्य पेपर में 50 में से 40 प्रश्न हल करने होते थे। 2025 में अब हर पेपर में 50 सवाल होंगे और प्रत्येक पेपर का कुल अंक 250 होगा। सही उत्तर के लिए 5 अंक मिलेंगे और गलत उत्तर पर 1 अंक काटा जाएगा। यह बदलाव नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया को सरल बनाएगा।

23 डोमेन विषयों में से चुनाव

2025 में छात्र 23 डोमेन विशिष्ट विषयों में से किसी एक विषय का चुनाव कर सकते हैं। ये विषय इस प्रकार होंगे:

  • विज्ञान: फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स-अप्लाईड मैथमैटिक्स, बायोलोजी, बायोकेमिस्ट्री, बायोटेक्नॉलजी
  • कला और मानविकी: इतिहास, संस्कृत, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, पॉलिटिकल साइंस, मास कम्युनिकेशन
  • वाणिज्य: अकाउंट बुक कीपिंग, बिजनेस स्टडीज, इकोनॉमिक्स, बिजनेस इकोनॉमिक्स
  • अन्य: गृह विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, फिजिकल एजुकेशन, कंप्यूटर साइंस, एंथ्रोपोलॉजी, सांस्कृतिक अध्ययन

13 भाषाओं में होगा परीक्षा का आयोजन

सीयूईटी-यूजी में अब 13 भाषाओं में पेपर होगा, जिनमें असमिया, बंगाली, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, गुजराती, ओडिया और अंग्रेजी शामिल हैं। पहले 20 भाषाओं के पेपर थे, लेकिन अब केवल 13 भाषाओं में पेपर उपलब्ध होंगे।

सीयूईटी का इतिहास

सीयूईटी की शुरुआत 2022 में हुई थी। पहले दो साल यह परीक्षा केवल कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) के रूप में आयोजित की गई थी। 2024 में सीयूईटी-यूजी को हाईब्रिड मोड में आयोजित किया गया, जिसमें 15 विषयों की ऑफलाइन परीक्षा भी शामिल थी।

निष्कर्ष

सीयूईटी-यूजी 2025 में किए गए इन बदलावों का उद्देश्य परीक्षा को सरल और पारदर्शी बनाना है। छात्रों को कम समय में अधिक सटीकता से परीक्षा में भाग लेने की आवश्यकता होगी। ये बदलाव छात्रों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन वे परीक्षा की प्रक्रिया को और अधिक विश्वसनीय और प्रभावी बनाने में मदद करेंगे।

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