HNN/ बिलासपुर
जिला बिलासपुर में एक आठवीं कक्षा के छात्र ने बरसात की एक महीने की छुट्टियों में स्कूल से दिया हुआ काम नहीं किया तो बच्चे ने अपने किडनैप होने की पटकथा लिख दी। जब अध्यापकों ने बच्चे की यह बात सुनी तो अध्यापक काफी डर गए। बता दें हिमाचल प्रदेश में बरसात की एक महीने की छुट्टियां स्कूलों में हुई थी, 31 जुलाई से फिर स्कूल शुरू हुए, लेकिन स्कूल का होमवर्क न करने पर डांट से बचने के लिए छात्र ने खुद की किडनैपिंग की कहानी बना डाली, जो पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, कक्षा के अध्यापक ने जब एक आठवीं कक्षा के छात्र से होमवर्क के बारे में पूछा तो बच्चे ने अपने किडनैप होने की बता कही। बता दें थाना कोट में आठवीं कक्षा के छात्र ने अपनी अगवा होने की कहानी बताई। छात्र ने कहा कि दो नकाबपोश युवकों ने कुछ सुंघा कर उसे अगवा कर लिया और मोटरसाइकिल पर ले गए। काफी दूर जाकर जब वह जाम में रुके तो उसे होश आया।
इसके बाद वो उनके चंगुल से भाग निकला। ऐसी कहानी छात्र ने घरवालों को भी सुनाई। परिजनों ने पुलिस थाना कोट में सूचना दी, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा हो गया। छात्र की किडनैपिंग को लेकर हर जगह पुलिस कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए जाने लगे, लेकिन जब पुलिस ने गहनता से छानबीन की और सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो सारी कहानी झूठी साबित हुई। थोड़ी देर पूछताछ के बाद बच्चे ने खुद ही कबूल कर लिया कि उसने ये सब कुछ अध्यापक की डांट से बचने के लिए किया था।