सदियों पुराना था आपसी बैर देवी और देवता के आशीर्वाद से बना अब भाईचारे का पर्व किया एक दूसरे का स्वागत
HNN News शिलाई
जिला सिरमौर के शिलाई विधानसभा क्षेत्र के टटियाणा गांव में शांत पर्व (धार्मिक अनुष्ठान) का आयोजन बड़ी धूमधाम के साथ किया जा रहा है। पहले दिन शनिवार को लगभग 120 गांव के लोग इस महापर्व में पहुंचे।
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इस दौरान टटियाना गांव के ग्रामीणों ने हर गांव के मेहमानों का अलग-अलग पारंपरिक वाद्य यंत्रों से स्वागत किया। जहां दिनभर ठारी माता और महासू देवता के जयकारे गूंजते रहे।
दूसरे गांव से पहुंचे शाठी-पाशी पक्षों के लोगों का स्थानीय ग्रामीणों ने चौंतरे पर स्वागत कर उन्हें समृति चिन्ह भेंट किए गए। शनिवार को दिनभर हजारों मेहमानों का आना लगा रहा, जो भंडारे का प्रसाद छकने के बाद लौटते भी रहे।
इस दौरान गांव की व्यवस्था देखते बन रही थी। गांव का युवाओं ने ग्रामीणों के स्वागत से लेकर जलपान की व्यवस्था में भरपूर स्वागत किया। इस दौरान शाठी पाशी चौंतरे पर भाईचारे की मिसाल कायम की गई।
बता दें कि शाठी पाशी के झगड़ों के फैसले टटियाणा के इसी ऐतिहासिक चौंतरे पर किए जाते थे। कभी यहां सिरमौर रियायत के महाराजा ने चौंतरे का निर्माण किया था।
इस चौंतरे को न्याय के तौर पर भी देखा जाता है। जहां पहली बार शाठी और पाशी पक्षों के लोगों ने मेहमान के तौर पर शिरकत कर एकता और भाईचारे का संदेश दिया।
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