HNN/ शिमला
लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे एचआरटीसी के कर्मी अब भारी नाराजगी में है। हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम संयुक्त समन्वय समिति के द्वारा कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान ना होने को लेकर 18 अक्टूबर को बसों का चक्का जाम करने का ऐलान कर चुका है। एचआरटीसी समन्वय समिति के अध्यक्ष प्यारा सिंह ठाकुर ने कहा कि बीते कई वर्षों से कर्मचारियों के वित्तीय भत्ते लंबित पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि यही नहीं 15% DA, 15 ही महीनों का ओवरटाइम, पेंशन ग्रेजुएटी तथा मेडिकल रिवर्समैंट आदि का कुल 528 करोड़ का भुगतान अभी तक लंबित है। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों के बर्दाश्त की सीमा समाप्त हो चुकी है। कर्मचारियों के साथ जो सरकार के द्वारा छल किया गया है उससे कर्मचारी ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
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उन्होंने कहा कि त्योहारों का सीजन आ चुका है मगर कर्मचारी केवल सरकार का मुंह ताकने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा है। मगर अब एचआरटीसी संयुक्त समन्वय समिति ने ठान लिया है कि संघर्ष के बगैर समाधान होना नामुमकिन है। लिहाजा, 18 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में एचआरटीसी की बसें नहीं चलने दी जाएंगी। एचआरटीसी का समस्त कर्मचारी हड़ताल का ऐलान करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार इससे पहले उन्हें वार्ता के लिए बुलाए और उनकी समस्या का समाधान स्थाई तौर पर करें। बावजूद इसके यदि सरकार अड़ियल रवैया अपनाती है तो निश्चित तौर पर व्यापक रूप से आंदोलन छेड़ दिया जाएगा।
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