Himachalnow/नाहन
हिमाचल प्रदेश वन सेवा के एक समर्पित, गतिशील और ईमानदार वन अधिकारी ने हाल ही में अपना इस्तीफा दिया है।
लगभग 28 वर्षों से अधिक समय से राज्य में कार्यरत, इस अधिकारी ने अपनी विदाई लेने का फैसला किया है, जो उनकी विशेषज्ञता और वन्यजीव प्रबंधन में उनके योगदान को देखते हुए एक बड़ा झटका है।
धडवाल, जिन्हें उनके क्षेत्र में गहरी समझ और प्रजाति-विशिष्ट आवास दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है। बता दें किधडवाल ने हिमाचल प्रदेश में वन्यजीव प्रबंधन के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया है। उनकी इस बड़ी उपलब्धि और विशेषज्ञता के चलते उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त की थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार धडवाल के द्वारा कई कानून प्रवर्तन एजेंसियों, शैक्षिक संस्थानों और अनुसंधान संस्थानों द्वारा उन्हें आमंत्रित भी किया है।
उनकी उपलब्धियों में पोंग डैम झील का प्रबंधन, पोंग झील और हिमाचल प्रदेश में पक्षियों की विविधता का दस्तावेजीकरण, मानव-वन्यजीव संपर्क का सामना, और 1996 से स्नेक हैंडलिंग भी शामिल हैं।
उनकी विदाई से वन्यजीव प्रबंधन में एक बड़ा शून्य छोड़ दिया गया है बावजूद इसके उनकी विरासत आगे भी निरंतर जारी रहेगी।