HNN/ शिमला
हिमाचल प्रदेश से मानसून शुक्रवार को अलविदा कह गया है, परंतु जाने से पहले मानसून प्रदेश को गहरे जख्म भी दे गया है। बता दें कि मानसून सीजन के दौरान प्रदेश को भारी नुक्सान हुआ है। इस दौरान लोक निर्माण विभाग सहित जल शक्ति विभाग, बिजली बोर्ड, कृषि-बागवानी और निजी संपत्ति को खासा नुक्सान पहुंचा है। मानसून सीजन में प्रदेश को 1161.73 करोड़ रुपये का नुक्सान हो चुका है।
इसमें लैंड स्लाइड की घटना से विभाग को 686.95 करोड़ का नुक्सान झेलना पड़ा है। इसी तरह जल शक्ति विभाग को 346.76 करोड़, बिजली विभाग को 608 करोड़, स्वास्थ्य विभाग 60 लाख, शिक्षा विभाग 19.45 लाख, ग्रामीण विकास विभाग, शहरी विकास विभाग 102.1 करोड़ की क्षति पहुंची है। इसके अलावा कई लोगों की मानसून सीजन में जान भी गई है और कई अभी भी लापता चल रहे हैं।
प्रदेश भर में 481 लोगों की जान अलग-अलग हादसों में गई है तथा दर्जनों लोग लापता हुए हैं। इसमें बिलासपुर जिले में 28, चम्बा में 62, हमीरपुर में 23, कांगड़ा में 37, किन्नौर में 54, कुल्लू में 39, लाहौल-स्पीति में 29, मंडी में 40, शिमला में 69, सिरमौर में 31, सोलन में 39 और ऊना में 30 लोगों की जान गई है। इसके अलावा मानसून सीजन में 627 लोग घायल भी हुए।
वही 794 जानवरों और पक्षियों की मौत हुई। इसके अलावा प्रदेश भर में 200 पक्के, 900 कच्चे मकान और 756 गौशालाओं को भारी नुक्सान पहुंचा है। इनमें से कई घर और गौशालाए पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है।