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हार को भूल कर आगे बढ़े वर्चुअल बैठक में बोले नड्डा

PRIYANKA THAKUR | 26 नवंबर 2021 at 2:42 pm

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भीतर घातियों को बाहर का रास्ता, कार्यकर्ताओं का मनोबल किया जाएगा सुदृढ़

HNN / नाहन

हिमाचल प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक के अंतिम दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बड़ा संदेश दिया है। शिमला के पीटरहॉफ में वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता करते हुए जेपी नड्डा ने उपचुनाव की हार को भुलाकर आगे बढ़ने की नसीहत दी है। उन्होंने साफ तौर से कहा कि हार पर पछताने की जरूरत नहीं है बल्कि ओर सुदृढ़ और संगठित हो, मिशन रिपीट की तैयारियों में जुटना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में भाजपा के कार्यकर्ताओं के मनोबल को ओर अधिक सुदृढ़ किया जाए।

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बता दे कि प्रदेश भाजपा कोर ग्रुप की बैठक प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप की अध्यक्षता में शुरु हुई है। जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ,पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी, प्रदेश संगठन मंत्री पवन राणा, महामंत्री त्रिलोक जमवाल, राकेश जमवाल, त्रिलोक कपूर आदि भी उपस्थित रहे।

जानकारी यह भी है कि दोपहर के बाद सुरेश कश्यप प्रेस वार्ता को भी संबोधित करेंगे। वही प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे कृपाल परमार ने कहा कि पार्टी ने बुलाया तभी आया हूं। इस वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता में एक बात तो साफ हो चुकी है कि वर्ष 2022 का चुनाव मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। इस बात को वर्चुअल में मीटिंग में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों पर बिल्कुल ना जाए, प्रदेश के मुख्यमंत्री बिल्कुल नहीं बदले जाएंगे।

यही नहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जय राम सरकार की जमकर प्रशंसा भी करी है। बरहाल हार पर मंथन को लेकर बैठक का आज अंतिम दिन है। यह तो तय है कि जिन लोगों ने भीतर घात किए थे उन्हें अब बाहर का रास्ता दिखाया जाना तय हो चुका है। इसके साथ साथ संभवत संगठन जहां कार्यकर्ताओं के मनोबल को लेकर अब अपनी रणनीतियों में बदलाव लाएगा तो वही अनुशासनहीनता को संगठन में और अधिक किस तरह से प्रभावी बनाया जाए इसको लेकर भी कुछ फैसले हो सकते हैं।

साथ ही यह भी देखना होगा कि आने वाले समय में संगठन में किस तरह के बदलाव होंगे और सत्ता में किसकी एंट्री और किसकी नो एंट्री होगी। हाईकमान के द्वारा सत्ता और संगठन में और अधिक बेहतर तालमेल बने इसको लेकर भी सुझाव दिए जा सकते हैं।

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