HNN/कांगड़ा
हिमाचल प्रदेश कांगड़ा जिला में हर दिन बढ़ रहे आईफ्लू के मामलों के कारण मेडिकल स्टोरों में इस रोग से निटपने वाली दवाइयों का स्टॉक खत्म हो गया है। आए दिन बढ़ रहे मामलों के कारण मेडिकल स्टोर में इस रोग की दवाई(मंगुरों)की मांग भी बढ़ रही है। मरीजों की बढ़ रही मांग के कारण दवाई का स्टॉक खत्म हो गया है। जिस कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा आखों से सबंधित रोग की दवाइयों की मांग की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक पूरे जिला में रोज़ाना करीब 500 मरीज़ आखों के होते हैं। मरीज़ों में लगातार हो रही वृद्धि के कारण जिला के मेडिकल स्टोर में क्लोरोमायसेटिन आई एप्लिकेव की मांग में अचानक बढ़ोतरी हुई है जिससे की इसका स्टॉक खत्म हो गया है। इसके अलावा एंटीबायोटिक्स आई ड्रॉप्स की मांग भी बढ़ी है। बताया जा रहा है कि दवाइयों की निर्माता कंपनियों के पास भी इतना स्टॉक नहीं है कि वे इसे मेडिकल स्टोरों को मांग के अनुरूप उपलब्ध करवा सकें।
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तो वहीं मेडिकल स्टोर संचालक विजय महाजन का भारत ड्रग हाउस जसूर, मुकुल मेडिकल स्टोर के मुकुल धीमान, नूरपुर के केमिस्ट उमेश महाजन, दीपक पठानिया और कुलविंदर ने बताया कि आई फ्लू की बीमारी ज्यादा फैली हुई है। इसके चलते बीमारी की प्रतिरोधक दवाई क्लोरोमायसेटिन आई एप्लिकेव की अत्यधिक मांग है। जिसके चलते मार्किट में स्टॉक खत्म हो चुका है। कंपनियों के पास भी स्टॉक नहीं है।
कांगड़ा के सीएमओ डॉ. सुशील शर्मा का कहना है कि जिला कांगड़ा में फिलहाल आईफ्लू से संबंधित दवाइयों की कमी नहीं हैं। आई फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने दवाइयों की अतिरिक्त डिमांड भेजी है।
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