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सुक्खू सरकार का संकल्प: टांडा मेडिकल कॉलेज बनेगा उत्कृष्ट स्वास्थ्य संस्थान

Shailesh Saini | 29 मई 2025 at 2:55 pm

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हर साल छह लाख मरीजों का उपचार, क्रिटिकल केयर यूनिट और मेंटल हेल्थ सेंटर को मंजूरी, मदर चाइल्ड केयर हॉस्पिटल को रैंप के लिए करोड़ों स्वीकृत


हिमाचल नाऊ न्यूज़ धर्मशाला

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खु के नेतृत्व में प्रदेश सरकार टांडा मेडिकल कॉलेज को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस कर एक उत्कृष्ट संस्थान के रूप में विकसित करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। कॉलेज प्रशासन और स्टाफ दिन-रात मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित है।

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टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल मिलाप शर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि संस्थान में उपलब्ध सुविधाओं को लेकर कुछ लोगों द्वारा उठाए जा रहे भ्रामक और तथ्यहीन प्रश्न अनुचित हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

प्राचार्य ने बताया कि संस्थान में प्रतिवर्ष लगभग 6 लाख ओपीडी होती है, जबकि 60 से 70 हजार इनडोर मरीजों का इलाज किया जाता है। इसके अतिरिक्त, कॉलेज में सालाना 8 से 10 हजार प्रसव होते हैं, जो इसे देश के अग्रणी मेडिकल कॉलेजों की श्रेणी में रखता है।

डॉक्टर मिलाप शर्मा ने बताया कि कॉलेज में वर्तमान में 12 ऑपरेशन थिएटर कार्यरत हैं और 6 और ऑपरेशन थिएटर शुरू करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने गर्व से कहा कि टांडा अस्पताल ने ही प्रदेश में सबसे पहले रीनल ट्रांसप्लांट (गुर्दा प्रत्यारोपण) की सुविधा शुरू की और पिछले छह महीनों में 11 सफल रीनल ट्रांसप्लांट कर एक नया इतिहास रचा है।

उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु द्वारा शुरू किए गए ट्रॉमा सेंटर का उल्लेख करते हुए बताया कि इसमें 100 पद भरे गए हैं, जिनमें 8 डॉक्टरों के पद भी शामिल हैं और यह सेंटर पूरी तरह से कार्य कर रहा है।

मेडिकल कॉलेज में एक्स-रे मशीन खराब होने और कामकाज ठप होने की खबरों को प्राचार्य ने सिरे से खारिज किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि संस्थान में नियमित रूप से ऑपरेशन और अन्य सभी सेवाएं सुचारू रूप से चल रही हैं।

टांडा अस्पताल में 6 पोर्टेबल एक्स-रे मशीनें और दो 800 एमए (65 केवी) की मशीनें उपलब्ध हैं, जिनमें कुछ तकनीकी खराबी आई थी, लेकिन अब इन सभी एक्स-रे मशीनों को ठीक किया जा रहा है ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

उन्होंने नई सीटी स्कैन मशीन के लिए एक करोड़ रुपये की स्वीकृति मिलने की भी जानकारी दी।
डॉक्टर मिलाप शर्मा ने कैबिनेट मंत्री आर.एस. बाली के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वे टांडा मेडिकल कॉलेज में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं और उन्होंने 15 अन्य मशीनें उपलब्ध करवाने की स्वीकृति भी दी है, ताकि मरीजों को किसी भी स्तर पर दिक्कत न हो।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खु ने संस्थान को सुदृढ़ करने के लिए यहां क्रिटिकल केयर यूनिट और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मेंटल हेल्थ केयर जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों की स्थापना को मंजूरी दी है।

इसके साथ ही, सरकार के प्रयासों से ही यहां मनोविज्ञान में एमडी का कोर्स शुरू किया गया है, जिसके लिए आवश्यक स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। संस्थान को और मजबूत करने के लिए सरकार ने 500 पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान की है, जिनमें डॉक्टर सहित अन्य सभी पद शामिल हैं।

उन्होंने स्वर्गीय जी.एस. बाली मदर चाइल्ड केयर हॉस्पिटल में रैंप निर्माण के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपये स्वीकृत किए जाने की भी जानकारी दी और बताया कि रैंप का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा।

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