अंतर्राष्ट्रीय रेणुका मेले के लिए पंचायत स्तर तक दान माँगना हिमाचल के इतिहास में पहली बार
हिमाचल नाऊ न्यूज़ नाहन
हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनय गुप्ता ने सुक्खू सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार अब पंचायत स्तर तक भीख माँगनी शुरू कर चुकी है। विनय गुप्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मेलों के आयोजन के लिए प्रदेश की सुक्खू सरकार अपने अधिकारियों से भीख मंगवा रही है, और हिमाचल के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है जब किसी अंतरराष्ट्रीय मेले के आयोजन के लिए सरकार द्वारा पंचायत स्तर तक लोगों से भगवान के नाम पर दान मांगा जा रहा है।
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विनय गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुका मेले के आयोजन के संबंध में, सिरमौर के पंचायत अधिकारी द्वारा जिले के खंड विकास अधिकारियों को पत्र लिखा गया है कि मेले के आयोजन के लिए पंचायतों से दान राशि एकत्रित की जाए, और इसी तर्ज पर सभी खंड विकास अधिकारियों ने जिले की सभी पंचायतों को पत्र लिखकर रेणुका मेले के आयोजन के लिए दान राशि देने का आदेश किया है।
प्रदेश प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का यह नया और शर्मनाक जरिया ढूंढ लिया है। विनय गुप्ता ने बताया कि रेणुका मेले के आयोजन के लिए आज तक कभी भी इस प्रकार के फरमान जारी नहीं हुए और सरकार अपने स्तर पर मेले के आयोजन का खर्च उठाती थी,
परंतु इस बार यह पहली मर्तबा हो रहा है जब इस अंतर्राष्ट्रीय मेले के आयोजन के लिए सुक्खू सरकार ने अधिकारियों को भीख मांगने पर मजबूर किया है, और यह पंचायतों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का भी एक नया तरीका निकाला गया है।
विनय गुप्ता ने बताया कि रेणुका मेला कमेटी द्वारा मेला मैदान में प्लाटों की बिक्री से ही 68 लाख से अधिक की धनराशि एकत्रित की गई है, जबकि करोड़ों रुपया स्मारिका छाप कर औद्योगिक इकाइयों से इकट्ठा किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इतना पैसा इकट्ठा होने के बावजूद, इस सुक्खू सरकार ने पंचायत स्तर तक भीख मांग कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का नया रास्ता ढूंढा है।विनय गुप्ता ने कहा कि इससे माँ रेणुका और भगवान श्री परशुराम से जुड़ी आस्था को भी ठेस पहुंची है, और लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करके गांव-गांव से भीख के जरिए पैसा इकट्ठा किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गत वर्ष ही इस सरकार ने राज्य के अनेक धार्मिक मंदिरों से सरकारी योजनाओं को चलाने के लिए उपायुक्तों को पत्र लिखकर सरकार को पैसा देने का फरमान जारी किया था, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को भारी ठेस पहुंची थी, और अब भगवान श्री परशुराम जी और माँ रेणुका के नाम से आयोजित होने वाले रेणुका मेले के आयोजन के लिए लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि प्रदेश की यह निकम्मी सरकार अब पूरी तरह से आर्थिक दिवालिया हो चुकी है और इसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
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