सिरमौर जिले के धौला कुआं में मजदूरों ने केंद्र सरकार की नई श्रम संहिताओं को लेकर गंभीर आपत्ति जताई। विरोध में मजदूरों ने संहिताओं की प्रतियाँ जलाकर इसे श्रमिक अधिकारों पर हमला बताया।
नाहन
मजदूरों का श्रम संहिताओं के खिलाफ हल्ला बोल
सिरमौर जिले के धौला कुआं में सोमवार को मजदूर वर्ग ने केंद्र सरकार की चार श्रम संहिताओं (Labour Codes) के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। मजदूरों ने सार्वजनिक रूप से संहिताओं की प्रतियाँ फूँककर अपना रोष व्यक्त किया और इन कानूनों को मजदूर-विरोधी बताया।
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सीटू नेताओं के नेतृत्व में हुआ विरोध
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व सीटू (CITU) जिला महासचिव आशीष कुमार (टाटा प्रोडक्ट्स लिमिटेड), यूनियन अध्यक्ष लेखराज और महासचिव बंसीलाल ने किया। नेताओं ने मजदूरों के साथ मिलकर श्रम संहिताओं के खिलाफ आवाज बुलंद की।
नेताओं ने संहिताओं को बताया मजदूर-विरोधी कदम
अपने संबोधन में मजदूर नेताओं ने कहा कि नई श्रम संहिताएँ मजदूरों की नौकरी की सुरक्षा को कमजोर करती हैं। उनका आरोप था कि ये कानून संगठन बनाने और हड़ताल करने के अधिकारों को सीमित कर मजदूर वर्ग को कमजोर कर देते हैं। उन्होंने कहा कि इन संहिताओं से उद्योगपतियों को मनमर्जी करने की खुली छूट मिल जाएगी, जो श्रमिक हितों पर सीधा आघात है।
26 नवंबर को बड़े प्रदर्शन का ऐलान
सीटू नेताओं ने घोषणा की कि मजदूर अधिकारों की रक्षा के लिए आगामी 26 नवंबर को जिला और प्रदेश स्तर पर विशाल मजदूर प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। इसमें हज़ारों मजदूर शामिल होंगे और श्रम संहिताओं की तत्काल वापसी की मांग करेंगे।
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