Himachalnow / कांगड़ा
इजरायली बागवानी विशेषज्ञों ने की भूमि और जलवायु की जांच
हिमाचल प्रदेश के शाहपुर में उद्यान विभाग का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा , जिससे बागवानों को उन्नत तकनीक और सहायता प्रदान की जा सके। उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने रविवार को इस परियोजना की घोषणा की और कहा कि राज्य सरकार बागवानी को बढ़ावा देने और बागवानों को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव मदद कर रही है।
फल संतति और प्रदर्शन स्थल, शाहपुर में भारत सरकार के अधिकारियों, हिमाचल प्रदेश उद्यान विभाग, और इजरायली बागवानी विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से जमीन का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में विभिन्न विषय विशेषज्ञ और सरकारी अधिकारी शामिल हुए।
- डॉ. विद्याप्रकाश बैस (संयुक्त निदेशक उद्यान, मध्य जोन, मंडी)
- डॉ. कमनशील नेगी (उपनिदेशक उद्यान)
- डॉ. रितेश शर्मा, डॉ. नीरज शर्मा, डॉ. अनित, और डॉ. सुनीत शर्मा (विषय विशेषज्ञ)
- भारत सरकार के प्रतिनिधि: आदित्य प्रताप यादव और अवर मलिन (कृषि मंत्रालय)
- इजरायली विशेषज्ञ: उरी कविस्टन और ही यूवल एतयार
इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र के बागवानों को तकनीकी और प्रशिक्षण सहायता प्रदान करना है। इजरायली विशेषज्ञों ने शाहपुर की भूमि और जलवायु को नींबू प्रजाति के फलों की नर्सरी और प्रदर्शन केंद्र के लिए उपयुक्त पाया।
इजरायली विशेषज्ञों ने निरीक्षण के दौरान कुछ अतिरिक्त मानकों पर जानकारी मांगी है, जो रिपोर्ट तैयार कर भारत सरकार को भेजी जाएगी। उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने केंद्र को शाहपुर में स्थापित करने के लिए सभी आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया।
यह केंद्र न केवल स्थानीय बागवानों को नई तकनीकों से अवगत कराएगा बल्कि राज्य में बागवानी क्षेत्र को एक नई दिशा देने में मददगार साबित होगा।