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साहिबजादों का बलिदान और अटल जी का सुशासन : प्रेरणा के दो स्तंभ

HNN Desk Nahan | Dec 22, 2024 at 7:16 pm

Himachalnow / धर्मशाला

हिमाचल के 171 मंडलों में आयोजित होंगे श्रद्धांजलि और प्रेरक कार्यक्रम

भाजपा के कार्यक्रम सुशासन दिवस और वीर बाल दिवस को लेकर रूपरेखा तैयार कर ली गई है। भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने धर्मशाला में रविवार को पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि 25 और 26 दिसंबर को महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में दिल्ली में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य लोग श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसी कड़ी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देशों के तहत हर बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

हिमाचल प्रदेश में भी राज्य अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के निर्देशों पर हर बूथ में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी। अटल जी का यह जन्मदिवस शताब्दी वर्ष है, जिसके चलते ये कार्यक्रम सालभर चलते रहेंगे। त्रिलोक कपूर ने कहा कि पीएम रहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री सड़क योजना के माध्यम से दुर्गम क्षेत्रों को सड़क नेटवर्क से जोड़ा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सड़क योजना के योगदान को याद करने के लिए ऐसी सड़कों पर 1-2 किलोमीटर की पैदल यात्रा आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही स्कूलों और कॉलेजों में अटल जी की कविताओं और प्रेरणादायक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

26 दिसंबर को पूरे देश में वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। त्रिलोक कपूर ने कहा कि साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह के बलिदान ने देश में धर्म और आस्था का परचम लहराया है। पीएम मोदी ने उनके बलिदान को राष्ट्रीय महत्व देते हुए 2022 में वीर बाल दिवस घोषित किया।

उन्होंने कहा कि 1705 में सिरसा नदी के पास मुगलों ने गुरु गोविंद सिंह पर हमला किया था, जिसमें उनका परिवार बिछड़ गया था। उनकी दादी गुजरी देवी और दोनों बेटे, जोरावर सिंह (9 वर्ष) और फतेह सिंह (7 वर्ष), को रसोइए गंगू ने मुगलों के हवाले कर दिया। उन्हें तीन दिनों तक कठिन परिस्थितियों में कैद रखा गया।

मुगलों ने धर्म परिवर्तन का लालच और प्रलोभन दिया, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, दोनों साहिबजादों को जीवित ही दीवारों में चिनवा दिया गया। उनका त्याग और बलिदान आज पूरे देश में राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। राज्य के 171 मंडलों में समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उनकी मूर्तियों पर माल्यापर्ण करके उनके मार्ग व दिशा पर चलने को प्रेरित किया जाएगा।

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