बड़े भाई राहुल और जुड़वां भाई रोहित ने दी मुखाग्नि, अंतिम यात्रा से उमड़े हजारों लोग
HNN/नाहन
नाहनः आपरेशन अलर्ट के दौरान अरुणाचल में जिला सिरमौर के शहीद आशीष चौहान की पार्थिव देह वीरवार दोपहर बाद पंचतत्व में विलीन हो गई। गुरू की नगरी पांवटा साहिब में यमुना नदी किनारे उनका पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जहां उनके बड़े भाई राहुल और जुड़वां भाई रोहित ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए।
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शहीद की पार्थिव देह को सबसे पहले उनके पैतृक गांव भरली पहुंचाया गया, जहां शहीद की पार्थिव देह को अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया. इस दौरान आशीष चौहान अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा. इसके बाद उनकी पार्थिव देह को पांवटा साहिब स्वर्गधाम पहुंचाया गया। इस दौरान उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने शामिल होकर नम आंखों से विदाई दी।

अमर शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए भरली गांव से लेकर पांवटा साहिब तक लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं. स्थानीय लोगों ने वीर सपूत के ताबूत पर फूल बरसा कर उन्हें अंतिम विदाई दी।
बता दें कि 19 ग्रेनेडियर यूनिट में तैनात आशीष गत मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश में ऑपरेशन अलर्ट के दौरान वाहन दुर्घटना में दो अन्य सैनिकों के साथ शहीद हो गए थे. इस आपरेशन में देश के तीन जवान शहीद हुए, जिसमें सिरमौर का लाल आशीष कुमार भी वीरगति को प्राप्त हुआ।
आशीष चौहान की शहादत की सूचना सेना के अधिकारियों ने उनकी माता संतरो देवी को फोन के माध्यम से दी। आशीष की शहादत से जुड़वां भाइयों की जोड़ी भी टूट गई है। शहीद का जुड़वां भाई रोहित एक निजी कंपनी में सेवारत है। ग्रेनेडियर आशीष 6 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। शहीद आशीष के पिता श्याम सिंह का पहले ही निधन हो चुका है। आशीष की शहादत से क्षेत्र में शोक की लहर है। उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

शहीद की अंतिम यात्रा के दौरान फर्स्ट पैरा नाहन से आए सैनिकों ने सलामी दी। सैन्य अधिकारी ने शहीद की माता को वह राष्ट्रध्वज सौंपा, जिसमें लिपटकर शहीद घर पहुंचा था। इस दौरान सैन्य अधिकारियों व जवानों समेत हजारों लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।
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