शुनकुटा सम्मलेन में हुए कई निर्णय, सेवा समिति का किया गठन
HNN / तपेंद्र ठाकुर, पांवटा
बूढ़ी दीवाली पर जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के नाया गांव में शुनकुटा बिरादरी मिलन समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान फैसला लिया गया कि शुनकुटा बिरादरी का कोई भी व्यक्ति शराब का सेवन नहीं करेगा। यदि कोई शराब का सेवन करते हुए पाया जाता है तो उसे न केवल आर्थिक दंड दिया जाएगा, बल्कि उसे बिरादरी से बाहर भी किया जा सकता है। मिलन समारोह में जिला सिरमौर के अलावा उत्तराखंड और शिमला जिला के शुनकुटा बिरादरी के 73 गांव के ग्रामीणों ने हिस्सा लिया।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
शिलाई उपमंडल के नाया में आयोजित इस शुनकुटा बंधु मिलन समारोह में बिरादरी के उत्थान को लेकर कई लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही इस समारोह में कई ऐतिहासिक निर्णय भी लिए गए। समारोह में शिरगुल महाराज की उपासना के साथ-साथ विजिट महाराज की उपासना को लेकर भी कई मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान बिरादरी मिलन समारोह में शुनकुटा बंधु सेवा समिति का गठन किया गया।
इसमें सराहां से प्रदीप भंडारी को समिति का मुख्य संरक्षक मनोनीत किया गया। वही , अमर सिंह शर्मा नया को शुनकुटा बंधु सेवा समिति का पहला अध्यक्ष बनाया गया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामलाल शर्मा च्यामा , सुरेश उनियाल चांजूई ,लाइक राम भंडारी सराहा, सुखराम पूर्व प्रधान गाता मंडवाच, डा. सुखराम कांडो जबकि महासचिव के पद पर डा. शिव भारद्वाज टिकरी को मनोनीत किया गया।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group