नाहन में काटे हुए चीड़ के पेड़ों के मामले में भी हरिपुर वन चेक पोस्ट सवालों के घेरे में
HNN/नाहन
नाहनः फोरेस्ट बीट कटासन के रुखड़ी गांव में वन विभाग की जमीन पर जेसीबी चलाकर रास्ता बनाए जाने का मामला जानकारी में आया है। मौके से प्राप्त जानकारी के अनुसार रुखड़ी गांव के ही रहने वाले एक प्रोपर्टी डीलर ने बेचे गए प्लाट के लिए बिना वन विभाग की मंजूरी के रात को जेसीबी चलाकर रास्ता बना दिया है। मामले में न केवल अवैध रुप से बनाया गया रास्ता बल्कि रास्ते को बनाए जाने के दौरान करीब पांच से अधिक खैर से छोटे पेड़ और अन्य पेड़ भी मौके से गायब कर दिए गए।
स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को भी दी गई, लेकिन वन विभाग की ओर से घटना के दिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। मीडिया में आई जानकारी के बाद वन बीट कटासन के बीओ ने फोरेस्ट गार्ड को घटना की तमाम जानकारी के लिए मौके पर भेजने के आदेश जारी किए।
बता दें कि इस मामले में जिस प्रोपर्टी डीलर का नाम सामने आ रहा है, वह नाहन में प्लाटिंग के दौरान अवैध रूप से काटे गए चीड़ के पेड़ों के मामले में भी आरोपी है, जो पुलिस की गिरफ्त में है. इस मामले में चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस इस मामले में गहनता से जांच भी कर रही है। पुलिस इन चारों आरोपियों को शनिवार अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया गया है।
पुख्ता सूत्रों से ये भी जानकारी मिली है कि रुखड़ी और नाहन से गायब पेड़ों की लकड़ी को हरिपुर चेक पोस्ट से होते हुए ले जाया गया था। इसी दौरान कोदेवाला पुल के समीप फोरेस्ट के दो महिला और पुरुष कर्मचारियों ने इस गाड़ी को रोक लिया था। जहां ये मामला लेन-देन के बाद निपटाने की जानकारी भी मिली है। अब यहां भी सवाल उठता है कि जब गाड़ी कोदेवाला पुल से हरिपुर चेक पोस्ट की ओर निकली तो यहां किसी भी वन कर्मी ने गाड़ी को न तो रोका और न ही चेक किया।
इससे साफ जाहिर है कि क्षेत्र में वन माफिया पूरी तरह सक्रिय है। जानकारी ये भी है कि वन माफिया कालाअंब का रास्ता अख्तियार न कर हरिपुर चेक पोस्ट वाले रास्ते का इस्तेमाल कर हरियाणा में वन संपदा सप्लाई की जा रही है। इस क्षेत्र के लोहगढ़, पल्होड़ी, भेड़ों के कई ऐसे छोटे माफिया हैं, जो निजी और सरकारी जमीनों से चोरी छिपे पेड़ काट इसी चेक पोस्ट के माध्यम से हरियाणा सप्लाई करते हैं।
उधर, कटासन बीट के बीओ तेजवीर सिंह ने बताया कि उन्हें रूखड़ी में बिना मंजूरी के रास्ता बनाए जाने की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि इस दौरान कितने पेड़ गायब किए गए, इसे लेकर वन कर्मी को जांच के लिए भेजा गया है। आरोपियों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा।