केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध माँ चिंतपूर्णी मंदिर के विकास के लिए 56.26 करोड़ रुपये की भारीभरकम राशि स्वीकृत की है। यह बजट वर्ष 2024–25 के दौरान स्वदेश दर्शन-2 योजना के तहत मंजूर किया गया है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने संसद में जानकारी देते हुए यह भी बताया कि यह परियोजना चैलेंज बेस्ड डेस्टिनेशन डेवलपमेंट योजना का हिस्सा है।
ऊना/दिल्ली
हिमाचल में पर्यटन ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए कई क्षेत्रों को मिला बजट
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चिंतपूर्णी के साथ काजा व छितकुल को भी मिली योजना के तहत राशि
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हिमाचल प्रदेश के सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज को सदन में अवगत करवाया कि स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत वर्ष 2024–25 में माँ चिंतपूर्णी मंदिर के लिए 56.26 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, लाहौल-स्पीति के उपमंडल काजा में पर्यटन ढांचे को विकसित करने के लिए 24.82 करोड़ और रकछम-छितकुल में 4.96 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।
पहले भी मिल चुका है स्वदेश दर्शन योजना से लाभ
शेखावत ने बताया कि इससे पहले वर्ष 2016–17 में हिमालयन सर्किट के तहत शिमला, हाटकोटी, मनाली, काँगड़ा, धर्मशाला, बीड़, पालमपुर और चंबा सहित कई क्षेत्रों में 68.34 करोड़ रुपये की राशि स्वदेश दर्शन योजना के माध्यम से मंजूर की गई थी।
डल झील में पानी की लीकेज पर केंद्र का रुख साफ
धर्मशाला की डल झील में पानी की लीकेज को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह विषय राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है और केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की कोई योजना जलाशयों की मरम्मत या संरक्षण के लिए नहीं है।
विकास योजनाओं से पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
सरकार का मानना है कि इन योजनाओं से हिमाचल प्रदेश में धार्मिक और साहसिक पर्यटन को नई दिशा मिलेगी और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।
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