HNN/ बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश में पालतू पशुओं को बेसहारा छोड़ना दण्डनीय अपराध की श्रेणी में माना जाता है साथ ही अगर कोई मवेशियों को आवारा छोड़ता हुआ पाया गया तो उसके विरुद्ध कार्यवाही भी की जाती है। बावजूद इसके आए दिन लोग अपने पालतू पशुओं को भूखे-प्यासे बेसहारा छोड़ रहे हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला बिलासपुर जिले के उपमंडल घुमारवीं की मैहरी काथला पंचायत में, जहां एक महिला दो बैलों को जीप के माध्यम से छोड़ने पहुँची।
इतना ही नहीं इस बात का किसी को पता न चले इसके लिए उसने दोनों बैलों के कान में लगे हुए टैग भी काट दिए। हालाँकि महिला के मनसूबे कामयाब न हो सके और उसे पंचायत प्रधान कांता शर्मा ने पकड़ लिया। इस दौरान महिला का पोता भी उसके साथ मौजूद था। लिहाज़ा पंचायत प्रधान कांता शर्मा नेकार्यवाही की और महिला व वाहन चालक को 500-500 रुपये का जुर्माना लगाया।
बता दें कि महिला अपने पोते के साथ दो बैलों को गाडी में भरकर निउ गांव में छोड़ने की फिराक में थी। परन्तु इससे पहले कि वह गाड़ी से बैलों को उतारती उसे पंचायत प्रधान कांता शर्मा ने पकड़ लिया। जब महिला से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह निउ गांव में अपने रिश्तेदार के यहां पशुओं को कुछ दिन के लिए छोडऩे आई है। जब रिश्तेदारों को बुलाकर पूछा तो उन्होंने पशुओं को अपने पास रखने से मना कर दिया। लिहाज़ा एक तरफ जहां जुर्माना लगाया लगा तो वहीँ, दूसरी तरफ पशुओं को उसी जीप में डालकर वापस घर भेज दिया गया।