HNN/ नाहन
लोक निर्माण विभाग नाहन के रेस्ट हाउस से अब सरकारी दाल यानी मलका की दाल का स्वाद गायब हो जाएगा। विभाग को करीब 34 साल सेवाएं देने के बाद रेस्ट हाउस के मुख्य चौकीदार रामस्वरूप 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गए हैं। रेस्ट हाउस में आयोजित उनके विदाई समारोह में अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग वीके अग्रवाल व उनके स्टाफ के कर्मचारियों के द्वारा उन्हें हार पहना कर विदाई दी गई। अधिशासी अभियंता का कहना है कि रामस्वरूप साधारण सभाव व इमानदार व्यक्ति है।
बड़ी बात तो यह है कि अपने सेवाकाल में रामस्वरूप डोगरा ने केवल 17 मेडिकल लीव ही ली है जबकि उन्होंने रेस्ट हाउस में अपनी सेवाओं के दौरान रात-दिन बगैर कोई छुट्टी लिए काम किया है। वही जूनियर इंजीनियर बाबूराम चौहान, सुपरवाइजर राजेंद्र कुमार, विशाल आदि का कहना है कि रामस्वरूप के द्वारा रेस्ट हाउस में बनाए जाने वाली सरकारी दाल जिसे मलका की दाल भी कहा जाता है उसके स्वाद के चर्चे दूर-दूर तक होते थे।
उन्होंने कहा कि उनके सेवानिवृत्त हो जाने के बाद रेस्ट हाउस से एक बेहतर स्वाद भी गायब हो जाएगा। बता दें कि रामस्वरूप डोगरा ने 1979 में पांवटा साहिब में बतौर बेलदार जॉइनिंग की थी। 1 जनवरी 1994 को रामस्वरूप पांवटा में ही रेगुलर हुए थे। जिसके बाद 2019 तक उन्होंने पांवटा साहिब रेस्ट हाउस में बतौर चौकीदार रेगुलर पोस्ट पर अपनी सेवाएं दी। अधिकारियों-नेताओं तथा मीडिया बंधुओं के भी चहेते माने जाने वाले रामस्वरूप का मृदु स्वभाव सबको भाता था।
यूं तो रामस्वरूप रामपुर बुशहर के नोगली तकलेच निवासी हैं मगर अब वह पांवटा साहिब में स्थाई रूप से जम गए हैं। रामस्वरूप का कहना है कि उनकी दो बेटियां और बेटा है सब की शादियां हो चुकी हैं। सेवानिवृत्ति के बाद अब घर पर रहकर आराम करूंगा। बरहाल रामस्वरूप जैसे ईमानदार कर्मठ कर्मचारी बहुत कम देखने को मिलते हैं। क्योंकि रामस्वरूप ने 34 साल की नौकरी में केवल 17 दिन की छुट्टी ली वह भी बीमारी के चलते ली थी।