Himachalnow / शिमला
बिजली बोर्ड ने स्पष्ट किया – कोई पद समाप्त नहीं किया गया
हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड लिमिटेड के प्रवक्ता ने कहा कि बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा काले बिल्ले लगाकर किया जा रहा प्रदर्शन अनुचित है। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने किसी भी पद को समाप्त नहीं किया है, बल्कि केवल गैर-जरूरी पदों का समायोजन किया गया है।
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कर्मचारियों को गुमराह करने की कोशिश – प्रवक्ता
प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि कुछ लोग कर्मचारियों को गलत जानकारी देकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि पद समाप्त करने की बात सच्चाई से कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि न तो किसी पद को समाप्त किया गया है और न ही भविष्य में ऐसा कोई इरादा है। यदि किसी पद को खत्म किया गया है, तो कर्मचारी नेता उसकी आधिकारिक नोटिफिकेशन पेश करें।
बिजली उत्पादन बढ़ाने की दिशा में उठाए जा रहे कदम
बिजली बोर्ड की ऊहल बिजली परियोजना के एक यूनिट ने बिजली उत्पादन शुरू कर दिया है, और जल्द ही बाकी के दो यूनिट भी उत्पादन शुरू कर देंगे। बोर्ड को कर्मचारियों की आवश्यकता है, इसलिए पद समाप्त करने का सवाल ही नहीं उठता। इस परियोजना से बिजली बोर्ड को आर्थिक मजबूती मिलेगी, और इसी कारण इसमें एक नया मंडल और अन्य पद सृजित किए गए हैं, ताकि कर्मचारियों का समायोजन किया जा सके।
नई भर्तियों की योजना
बोर्ड की कार्यप्रणाली को मजबूत करने के लिए आने वाले समय में और भर्तियां की जाएंगी। प्रदेश के लोगों को बेहतर सेवाएं देने के लिए बोर्ड में टी-मेट जैसे फील्ड स्टाफ की आवश्यकता है, जो बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जरूरी हैं। जल्द ही बोर्ड में टी-मेट सहित अन्य फील्ड स्टाफ की भर्ती की जाएगी।
खर्चों में कटौती से होगी बिजली सस्ती
प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की जनता को सस्ती दरों पर बिजली आपूर्ति करना है। इसी कारण रेगुलेटरी कमीशन बार-बार बिजली बोर्ड को अपने गैर-जरूरी खर्चों में कटौती करने का निर्देश दे रहा है। जब गैर-जरूरी खर्च कम होंगे, तो भविष्य में प्रदेश के लोगों को सस्ती बिजली मिल सकेगी, जिससे प्रदेश के विकास को भी गति मिलेगी।
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