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जिला सिरमौर में पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान को सफल बनाने के लिए विभागों को सौंपी गई जिम्मेदारियां

हिमांचलनाउ डेस्क नाहन | 16 दिसंबर 2025 at 7:29 pm

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जिला सिरमौर में प्रस्तावित पल्स पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम को प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने समन्वित रणनीति तैयार की है। अभियान के दौरान शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने पर विशेष जोर दिया जाएगा।

नाहन

खंड स्तरीय कार्य बल की बैठक आयोजित
चिकित्सा खंड धगेड़ा की खंड स्तरीय कार्य बल की बैठक उपमंडल अधिकारी नाहन राजीव सांख्यान की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम से संबंधित पूर्व तैयारियों को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की गई।

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स्कूलों और उद्योगों में जागरूकता के निर्देश
उपमंडलाधिकारी ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि विद्यालयों की प्रार्थना सभाओं में पल्स पोलियो अभियान की जानकारी दी जाए, ताकि बच्चों के माध्यम से संदेश घर-घर तक पहुंचे। उद्योग विभाग को कहा गया कि औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत श्रमिकों के पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक दिलाने के लिए जागरूक किया जाए, जिससे कोई भी बच्चा अभियान से वंचित न रह जाए।

पंचायतों और आंगनवाड़ी केंद्रों की भूमिका
बैठक में पंचायतों और आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए गए। संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ अभियान को जन-जन तक पहुंचाने पर बल दिया गया।

धगेड़ा खंड में 12 हजार से अधिक बच्चों को मिलेगी खुराक
खंड चिकित्सा अधिकारी धगेड़ा डॉ. मोनिषा अग्रवाल ने जानकारी दी कि धगेड़ा खंड में शून्य से पांच वर्ष आयु वर्ग के लगभग 12,540 बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक दी जाएगी। इसके लिए 98 बूथों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित टीमें तैनात की जाएंगी।

पोलियो रोग और वैक्सीन की जानकारी साझा
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि पोलियो एक संक्रामक रोग है, जो मुख्य रूप से पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ओरल पोलियो वैक्सीन न केवल बच्चे को बल्कि आसपास रहने वाले लोगों को भी सुरक्षा प्रदान करती है, जबकि इंजेक्शन के माध्यम से दी जाने वाली दवा केवल बच्चे को ही सुरक्षा देती है।

सभी बच्चों को खुराक पिलाने की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने अभिभावकों से आग्रह किया कि शून्य से पांच वर्ष के सभी बच्चों को पल्स पोलियो की दवा अवश्य पिलाई जाए, ताकि बच्चों के साथ-साथ समाज को भी पोलियो से सुरक्षित रखा जा सके।

अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में उप निदेशक उच्च शिक्षा हिमेन्द्र चन्द, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा राजीव कुमार, बाल विकास अधिकारी इशाक मोहम्मद सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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