HNN/ वीरेंद्र बन्याल ऊना
जिला कल्याण विभाग द्वारा डीआरडीए हाॅल ऊना में प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय कार्यक्रम, दिव्यांग समिति तथा राष्ट्रीय न्यास के तहत जिला स्तरीय स्थानीय समिति की त्रैमासिक समीक्षा बैठकें आयोजित की गई। बैठकों की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त ऊना डाॅ अमित कुमार शर्मा ने की। बैठक की समीक्षा करते हुए एडीसी ने संबंधित अधिकारियों को अल्पसंख्यक समुदाय के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
एडीसी ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में जिला ऊना में अल्पसंख्यक सामुदाय से संबंधित 6 माह से 6 साल तक के 859 बच्चों तथा 254 माताओं को एसएनपी के तहत लाभान्वित किया गया है। जबकि 3 से 6 वर्ष आयु वर्ग के 207 अल्पसंख्यक बच्चों को प्री स्कूल शिक्षा दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक समुदायों के 133 मेधावी छात्रों को एक हज़ार रूपये प्रति छात्र छात्रवृत्ति प्रदान की गई है।
एडीसी ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में जिला रोजगार विभाग के माध्यम से 1114 अल्पसंख्यक समुदाय के आवेदकों को कौशल विकास एवं बेरोजगार भत्ते का लाभ दिया गया है। उन्होंने बताया कि अपना स्वरोजगार शुरू करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सालाना 98 हज़ार रूपये तथा शहरी क्षेत्रों में मुबलिक 1 लाख 20 हज़ार रूपये तक की आय के तहत दुकान के लिए 5 लाख रूपये तथा रोजगार के लिए मशीन व गाड़ी की खरीद हेतू 20 लाख रूपये तक का ऋण दिया जाता है।
जिसमें 10 लाख रूपये तक की ऋण राशि पर 6 प्रतिशत जबकि इससे ज्यादा ऋण राशि पर 8 प्रतिशत ब्याज का प्रावधान है। एडीसी ने बताया कि जिला ऊना दिव्यांग पेंशन के तहत ऊना में कुल 5047 दिव्यांगजनों को पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। इस वित्तीय वर्ष में 3 करोड़ 27 लाख 57 हजार 500 रूपये की राशि पेंशन के रूप में दी गई है। इसके अतिरिक्त दिव्यांग विवाह पुरूस्कार योजना के तहत पांच दिव्यांगजनों को दो लाख रूपये की राशि प्रदान की गई है।
उन्होंने बताया कि दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना के तहत 127 पात्र विद्यार्थियों को 11 लाख 24 हज़ार 600 रूपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। एडीसी ने बताया कि दिव्यांगजनों के लिए कंप्यूटर ऐपलिकेशन के तहत 18 से 35 वर्ष तक के दिव्यांगों को निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। जिसमें 12वीं के बाद डीसीए तथा ग्रेजुएशन के बाद पीजीडीसीए कोर्स शामिल हैं। प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को कौशल विकास भत्ता भी प्रदान किया जाता है।
प्रशिक्षण के उपरांत छात्र को विभिन्न कार्यालयों में बतौर अप्रिंटेस प्लेसमेंट करवाई जाती है तथा इस अवधि के दौरान 18 रूपये प्रतिमाह के दर से मानदेय दिया जाता है। यह प्रशिक्षण जिला के सभी उपमंडलों में सीडैक व नाईलैट से मान्य प्राप्त संस्थानों से प्रदान किया जाता है। एडीसी ने दिव्यांगजनों का आहवान किया कि वह सरकार द्वारा संचालित की जा रही योजनओं का लाभ लें।
एडीसी ने बताया कि राष्ट्रीय न्यास अधिनियम के तहत मानसिक, स्वपरायणता तथा बहु-दिव्यांग व्यक्तियों को कानूनी संरक्षक हेतू जिला में 93 प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। जिसमें ऊना में 48, हरोली में 9, अंब व बंगाणा में 18-18 प्रमाण पत्र बनाए गए हैं।