3 घंटे जान पर खेलकर अग्निशमन विभाग ने पाया आग पर काबू
HNN/ नाहन
नाहन शहर के व्यस्ततम क्षेत्र गुन्नू घाट मेडिकल कॉलेज रोड स्थित गोदाम में आज भयंकर अग्निकांड हुआ। वीरवार दोपहर बाद करीब 1:45 बजे अचानक एडहेसिव से भरा गोदाम लगभग पूरी तरह जलकर स्वाहा हो गया। गोदाम के अत्यंत ज्वलनशील पदार्थों में भड़की आग की सूचना जैसे ही अग्निशमन विभाग को मिली तो 5 मिनट के भीतर ही फायर टेंडर मौके पर पहुंच गए थे।
फायर ऑफिसर चंद्रवीर की अगुवाई में एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों ने जान पर खेलते हुए करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद केमिकल में भड़की आग पर काबू पाया। शहर के व्यस्ततम क्षेत्र में लगी इस आग की सूचना के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा। गोदाम में रखा लाखों का सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया।
मौके से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गोदाम में भारी मात्रा में फेविकोल वार्निश सहित अत्यंत ज्वलनशील पदार्थों में गिना जाने वाला सोल्यूशन (सलोचन) मौजूद था। हैरान कर देने वाली बात तो यह थी कि जिलाधीश के रेजिडेंस के ठीक नीचे की तरफ बने इस गोदाम में किसी भी प्रकार का अग्नि रोधी संयंत्र नहीं लगा हुआ था।
हाल ही में बद्दी में हुई भयंकर अग्निकांड के बाद जिला सिरमौर प्रशासन ने भी कड़ी चेतावनी जारी की हुई है। बावजूद इसके शहर के व्यस्ततम क्षेत्र में अत्यंत ज्वलनशील पदार्थों से भरे इस गोदाम को लेकर प्रशासन की कार्य प्रणाली को भी सवालिया घेरे में खड़ा करती है। मौके से प्राप्त जानकारी के अनुसार, आग बुझाने के दौरान गोदाम में लगातार विस्फोट भी हो रहे थे।
बावजूद इसके फायर ऑफिसर चंद्रवीर और उनके सहयोगी जान को जोखिम में डालकर आग बुझाने में डटे रहे। केमिकल में भड़की आग लगातार बेकाबू हो रही थी। इस बड़े अग्निकांड को लेकर एसडीएम नाहन सलीम आजम तथा कमांडेंट गृह रक्षा विभाग तोताराम शर्मा भी मौके पर पहुंच गए थे।
एसडीएम सलीम आजम का कहना है कि आग किन कारणों से लगी है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि शहर के बीच गोदाम में ज्वलनशील पदार्थ बिना अग्नि रोधी यंत्रों के रखे जाने को लेकर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि यह भी जांच की जाएगी कि क्या गोदाम मालिक के द्वारा फायर एनओसी ली गई थी या नहीं।
वहीं सदर थाना इंचार्ज रणजीत सिंह भी मौके पर पहुंच चुके थे। उन्होंने कहा कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है मगर गोदाम पूरी तरह जल गया है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टि या मामला पूरी तरह से नियमों की अनदेखी का लगता है। बावजूद इसके जांच किए जाने के बाद ही क्या कार्यवाही अमल में लाई जाएगी यह सुनिश्चित किया जाएगा।
बरहाल, डीसी के आदेशों के बावजूद शहर में जिस प्रकार अत्यंत ज्वलनशील पदार्थों से भरे गोदाम का बिना अग्नि रोधी यंत्र के संचालन का खुलासा हुआ है। उससे यह भी बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि क्या शहर में और भी ऐसे गोदाम होंगे जिसमें ज्वलनशील पदार्थ वह भी घनी आबादी के बीचो-बीच रखे गए हैं। अग्निकांड बचाव दल में फायर कर्मी मानसिंह, रघुवीर सिंह, चालक दीपेश आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।